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Jammu Kashmir : सैयद अल्ताफ बुखारी ने कहा- अनुच्छेद 370 वापस लाने का वादा करने वाले लोगों को मूर्ख बना रहे

नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा का गठजोड़ रहा है उमर तो केंद्र में मंत्री रहें हैं। महबूबा तो भाजपा के सहयोग से ही मुख्यमंत्री बनी थी। नेकां वाले कभी कांग्रेस वालों काे गंदी नाली का कीड़ा कहते थे और बाद में उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर यहां कई बार हुकूमत की।

By naveen sharmaEdited By: Rahul SharmaPublished: Tue, 29 Nov 2022 09:24 AM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 09:24 AM (IST)
Jammu Kashmir : सैयद अल्ताफ बुखारी ने कहा- अनुच्छेद 370 वापस लाने का वादा करने वाले लोगों को मूर्ख बना रहे
देशभक्ति-कुर्बानी तो सीमा पर रहने वाले लोगों की है जो आए दिन पाकिस्तान के गोलों को बर्दाश्त करते हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इन्हीं लोगों के कारण 370 टूटी है। आज महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि हम सूद समेत 370 वापस लाएंगे, आपने ही तो यह दिया है। उन्होंने कहा कि हमें भाजपा का सहयोगी बताने वाले पहले भाजपा के साथी थे। यहां कोई इस्लाम और कुफ्र की जंग नहीं है,यहां सियासत है। इसमें किसी की दीनदारी की बात नहीं है।

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उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे उड़ी में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा आज जो कहते हैं कि हम अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे, सिर्फ लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। पहले यह लोग आटोनामी और सेल्फ रूल का नारा देते थे, वह मिला नहीं और अनुच्छेद 370 भी चला गया। अगर इनके पास ताकत थी तो इन्होंने सत्ता मेंरहते आटोनामी, सेल्फ रूल कयों बहाल नहीं किया।

वर्ष 1996 में नेशनल कांफ्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी और उस समय उसने आटोनामी का प्रस्ताव पारित किया,जिसे केंद्र सरकार ने रदी की टोकरी में फेंक दिया। इनके पास,जम्मू कश्मीर की सरकार और विधानसभा के पास ऐसा केाई अधिकार ही नहीं था। उस समय नेशनल कांफ्रेंस की केंद्र में भाजपा के साथ भागीदारी थी, डा फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा।

लोगों के कारण अनुच्छेद 370 टूटा है : अल्ताफ बुखारी ने कहा कि उस समय प्रो सैफूदीन सोज ने भाजपा के खिलाफ एक वोट दिया था और नेशनल कांफ्रेंस ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया था। उस समय भाजपा क्या हिंदुवादी नहीं थी। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती कहती हैं कि हम 370 को सूद समेत वापस लाएंगे। यह कौन सा सूद है,  मुसलमान के लिए सूद तो हराम है। फिर यह बताएं कि जब वह हुकुमत में थी तो उन्होंने इस मजबूत क्यों नहीं बनाया,इसे खोखला इन्हीं लोगों ने किया। इन्हीं लोगों के कारण यह 370 टूटा है। उस समय कहते थे कि यह हमारी शह रग है। आप कहते थे तो यह खत्म होगा तो हम आजाद हो जाएंगे,कौन सी आजादी मिली है। आज यहां बच्चा दूध के लिए भी रोए तो मां कहती हे कि धीरे रो, नहीं तो पीएसए लग जाएगा।

हम पर आरोप लगाने वाले खुद को टटोलें : यहां जो लोग हम पर भाजपा के साथ पर्दे के पीछे गठजोड़ का आरोप लगाते हैं, इसे इस्लाम और कुफ्र के साथ जोड़ते हैं, क्या वह यह बताएंगे कि यह इस्लाम की जंग है, यहां कोई जमात इस्लाम के लिए नहीं निकली है। यहां सभी जमातें सियासत कर रही हैं। नेशनल कांफ्रेंस और भाजपा का गठजोड़ रहा है, उमर अब्दुल्ला तो केंद्र में मंत्री रहें हैं। महबूबा मुफ्ती तो भाजपा के सहयोग से ही मुख्यमंत्री बनी थी। नेशनल कांफ्रेंस वाले कभी कांग्रेस वालों काे गंदी नाली का कीड़ा कहते थे और बाद में उन्होंने कांग्रेस के साथ मिलकर यहां कई बार हुकूमत की।

भाजपा जम्मू कश्मीर में टाल रही चुनाव : सैयद मोहम्मद अल्ताफ बुखारी ने प्रदेश में जल्द चुनाव की मांग करते हुए कहा कि भाजपा यहां चुनाव टाल रही है। वह नहीं चाहती कि यहां चुनाव हो,क्योंकि उसे हार का डर है। वह यहां बैकडोर से हुकुमत चला रही है,अपनी मर्जी से जो चाहे यहां कर रही है। लेकिन भाजपा वालों को समझना चाहिए कि लोगों में जो गुस्सा है, वह उस पर ही निकलेगा, अल्ताफ बुखारी या किसी अन्य पर नहीं। हुकुमत में तो भाजपा ही है। उन्होंने कहा कि हमें देशभक्ति सिखाने की जरुरत नहीं है। देशभक्ति और कुर्बानी तो सीमा पर रहने वाले लोगों की है जो आए दिन पाकिस्तान के गोलों को बर्दाश्त करते हैं। बड़े बड़े नारे देने वालों की कुर्बानी नहीं है। दफ्तरों में बैठकर, जम्मू में बैठकर हमें कुर्बानी मत सिखाओ।


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