सोपोर में ओजीडब्ल्यू की मौत के मामले की न्यायिक जांच के आदेश
सोपोर में एक कथित ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) का पुलिस हिरासत से भागने के बाद संदिग्ध अवस्था में शव बरामद होने के मामले की जम्मू कश्मीर प्रशासन ने वीरवार को न्यायिक जांच का आदेश जारी कर दिया। पुलिस ने दो दिन पहले सोपोर में इरफान अहमद डार नामक एक युवक को कथित तौर पर आतंकियों का मददगार होने के आधार पर पकड़ा था। उससे ग्रेनेड भी मिले थे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सोपोर में एक कथित ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) का पुलिस हिरासत से भागने के बाद संदिग्ध अवस्था में शव बरामद होने के मामले की जम्मू कश्मीर प्रशासन ने वीरवार को न्यायिक जांच का आदेश जारी कर दिया।
पुलिस ने दो दिन पहले सोपोर में इरफान अहमद डार नामक एक युवक को कथित तौर पर आतंकियों का मददगार होने के आधार पर पकड़ा था। उससे ग्रेनेड भी मिले थे। पूछताछ के दौरान उसने तुज्जर शरीफ इलाके में कुछ और ग्रेनेड छिपाकर रखे जाने की जानकारी दी थी। पुलिस उसे लेकर तुज्जर शरीफ गई, जहां वह चकमा देकर भाग निकला और बाद में उसका शव मिला। इसके बाद बुधवार का सोपोर में दिनभर तनाव बना रहा। पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी हुए। दिवंगत के परिजनों ने पुलिस के दावे को झुठलाते हुए उसकी हिरासत में हत्या का आरोप लगाया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है। जिला उपायुक्त बारामुला ने बारामुला के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को जांच का जिम्मा सौंपा है। उनके नेतृत्व में पांच सदस्यीय सीमित बनाई गई है। समिति को सभी तथ्यों का पता लगाकर अपनी रिपोर्ट जिला मजिस्ट्रेट बारामुला को सौंपने के लिए कहा गया है। इससे पूर्व वीरवार को आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी कहा था कि एसएसपी बारामुला को निर्देश दिया गया है कि वह इस संदर्भ में एक पत्र लिखकर जिला मजिस्ट्रेट बारामुला को इरफान की मौत की न्यायिक जांच के लिए आग्रह करें।