सोशल मीडिया से हत्यारों तक पहुंचेगी पुलिस
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस ने उनके सोशल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट और फोन कॉल्स की भी जांच शुरू कर दी है। इस बीच हत्या में लिप्त एक और संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने से पुलिस ने इन्कार किया है।
वीरवार की शाम आतंकियों ने लालचौक के साथ सटे प्रैस एन्क्लेव में पत्रकार शुजात बुखारी व उनके दो अंगरक्षकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात ने आतंकी खतरे के अलर्ट के मद्देनजर श्रीनगर में किए गए सुरक्षा प्रबंधों की भी पोल खोल दी। हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए राज्य पुलिस ने डीआईजी सेंट्रल कश्मीर रेंज वीके बिरदी के नेतृत्व में सिट का गठन किया है।
अधिकारियों ने बताया कि किसी आतंकी संगठन ने हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन यह आतंकी वारदात ही है। इसे लश्कर, हिज्ब और एक अन्य आतंकी संगठन के साझा हिट स्क्वायर्ड जिसमें स्थानीय आतंकी शामिल हैं, द्वारा अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि वारदात के बाद दिवंगत पत्रकार के अंगरक्षक की पिस्तौल गायब करने और वारदात में लिप्त एक संदिग्ध आतंकी जुबैर क्यूम को गत दिवस ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
उन्होंने बताया कि शुजात बुखारी को आतंकियों से पहले भी धमकी मिल चुकी है। उन पर पहले भी हमला हुआ है इसलिए उनके फोन कॉल्स, फेसबुक व ट्वीटर हैंडल की भी जांच की जा रही है। हो सकता है कि उनकी हत्या की साजिश में लिप्त तत्व सोशल मीडिया पर उनके साथ संपर्क में हो या फिर उसने उन्हें उनकी हत्या से पूर्व कोई फोन किया हो।
इस बीच गांदरबल से एक संदिग्ध आतंकी को शुजात बुखारी की हत्या में संलिप्तता के आरोप में पकड़ जाने की अफवाह भी फैली जिसका आईजीपी कश्मीर डॉ. एसपी पाणि ने खंडन किया है।