कश्मीर में 60 दिन बाद हायर सेकेंडरी स्कूलों में भी बजी घंटी
सुबह सभी सरकारी व गैर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल निर्धारित समय पर खुले। अध्यापकों की उपस्थिति लगभग प्रत्येक स्कूल में 60 से 80 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में वीरवार को लगभग 60 दिन बाद सभी हायर सेकेंडरी स्कूल खुल गए, लेकिन अलगाववादी तत्वों और शरारती तत्वों के डर से पहले दिन अधिकांश छात्र घरों में ही रहे। हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर रखे थे। इस बीच, प्रशासन ने नौ अक्तूबर से वादी में सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी सामान्य अकादमिक गतिविधियों को बहाल करने का फैसला किया है।
पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में पुनर्गठित किए जाने से उपजी स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य प्रशासन ने कश्मीर में शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया था। हालात में बेहतरी को देखते हुए राज्य प्रशासन ने अगस्त के दूसरे पखवाड़े में पहले वादी में सभी प्राथमिक स्कूलों को खोला। इसके बाद 27 अगस्त को दसवीं कक्षा तक सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को खोल दिया गया।
शिक्षण संस्थानों के भीतर और आसपास शांत रही स्थिति : प्रशासन ने हायर सेकेंडरी स्कूलों में वीरवार से सामान्य अकादमिक गतिविधियों के पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद में पूरी वादी में शिक्षण संस्थानों के आसपास सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त कर रखा था। प्रशासन को आशंका थी कि शरारती तत्व वर्ष 2016 और 2017 की तरह 11वीं-12वीं के छात्रों को पथराव व हिंसक प्रदर्शनों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। अलबत्ता, पूरी वादी में कहीं भी इस तरह का कोई प्रदर्शन नहीं हुआ। शिक्षण संस्थानों के भीतर और आस-पास के इलाकों में स्थिति पूरी तरह शांत ही रही।
स्कूलों में 60 से 80 प्रतिशत रही अध्यापकों की उपस्थिति : सुबह सभी सरकारी व गैर सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल निर्धारित समय पर खुले। अध्यापकों की उपस्थिति लगभग प्रत्येक स्कूल में 60 से 80 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई। छात्रों की संख्या नाममात्र ही रही। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में स्थित एसपी हायर सेकेंडरी स्कूल में करीब 1100 छात्र हैं, जिनमें से करीब 30-40 ही आए और जो आए अध्यापकों से मुलाकात करने के बाद लौट गए। स्कूल परिसर में छात्रों और अध्यापकों से कहीं ज्यादा सीआरपीएफ कर्मी थे। परिसर में सीआरपीएफ का शिविर बन चुका है और गेट पर तैनात जवान के पास रखे रजिस्टर पर अपना नाम पता दर्ज करने के बाद ही अध्यापक और छात्र स्कूल परिसर में दाखिल हो पाए।
प्रिंसिपल बोले, हम छात्रों की हर तरह से मदद करने को तैयार : जवाहर नगर स्थित ब्वॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में सिर्फ अध्यापक और अन्य स्टाफ कर्मी ही आए। छात्र स्कूल से दूर रहे। स्कूल की प्रिंसिपल निगहत परवीन ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि आज यहां छात्र आएंगे, क्योंकि वार्षिक परीक्षा का समय भी नजदीक है, लेकिन कोई नहीं आया। हमने लैंडलाइन और निजी संपर्को के जरिए छात्रों के साथ सपंर्क बनाने का फैसला किया है, ताकि स्कूल में बच्चे आएं और पढ़ें। राजबाग पुलिस स्टेशन के पास स्थित गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल महमूदा काचरू ने कहा कि स्टाफ तो आया है, लेकिन छात्राओं की संख्या कम है। हम छात्राओं की हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं।
अभिभावक बोले, सभी चाहते हैं स्कूल जल्द खुलें : तारिक अहमद नामक एक अभिभावक ने कहा कि मौजूदा हालात में अभिभावक डरे हुए हैं। इसलिए वह बच्चों को स्कूल भेजने से डरते हैं। मैंने भी अपनी बेटी को स्कूल नहीं भेजा है। अगर एक दो दिन तक हालात ठीक रहते हैं, स्कूलों के पास कोई हंगामा नहीं होता है तो मैं अपनी बेटी को खुद स्कूल छोड़ने जाऊंगा। मैंने सोमवार को और मंगलवार को उसके स्कूल की ¨प्रसिपल से बातचीत की थी। यहां सभी चाहते हैं कि स्कूल जल्द से जल्द खुलें।
आने वाले दिनों में उपस्थिति बढ़ेगी : स्कूल शिक्षा निदेशक स्कूल शिक्षा निदेशक मोहम्मद यूनिस मलिक ने कहा कि आज पूरी वादी में प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी तक सभी स्कूल खुले हैं। शहरी इलाकों में छात्रों की संख्या बेशक कम रही है, लेकिन ग्रामीण अंचलों में स्थित स्कूलों में छात्रों की अच्छी खासी तादाद रही है। आने वाले दिनों में छात्रों की स्कूलों में उपस्थिति बढ़ेगी।