संबूरा मुठभेड़: रहमान मारा गया, जख्मी ललहारी अपने एक साथी संग भाग निकला
सुबह मारे गए आतंकी की जब शिनाख्त कराई तो वह अमरनाथ के श्रद्घालुओं पर हमले के मास्टरमाईंड लश्कर कमांडर अबु इस्माईल का साथी रहमान उर्फ उमैर निकला।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो ]। संबूरा पांपोर में लश्कर-ए-ताईबा के दो आतंकी स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षाबलों पर किए गए पथराव की आड़ में बच निकले। लेकिन उनका तीसरा साथी रहमान भाई उर्फ उमैर मारा गया। मुठभेड़ के दौरान हुई हिंसक झढ़पों में घायल तीनों नागरिकों की हालत स्थिर बताई जारी है।
फिलहाल,बच निकले दोनों आतंकियों को पकडऩे के लिए सुरक्षाबलों ने अपना अभियान जारी रखा है। मुठभेड़ स्थल से भाग निकलने वाले दोनों आतंकियों के जख्मी होने का दावा किया जा रहा है। उनमें एक अयूब ललहारी है,जिसके बारे में पहले दावा किया जा रहा था कि वह मारा गया है और उसका पाकिस्तानी साथी रहमान जिंदा है।मुठभेड़ के दौरान अपने किसी संपर्क सूत्र से बात करते हुए उसका फोन अचानक बंद हुआ था। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियां मान रही थी कि वह मारा गया है। लेकिन पुलिस ने इस तथ्य की पुष्टि नहीं की थी।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि गत इतवार की दोपहर को भी सुरक्षाबलों ने पांपोर के साथ सटे संबूरा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया था। लेकिन दो घंटे तक तलाशी लेने के बाद भी जब आतंकियों का सुराग नहीं मिला तो सुरक्षाबल अपने अपने शीविरों में लौट गए थे। लेकिन , रात 10 बजे सुरक्षाबलों को अपने मुखबिरों से पता चला कि संबूरा में आतंकी अपने एक ठिकाने पर बैठे हुए हैं। उसी समय सेना की 50आरआर और राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने गांव का रुख किया।
जवानों ने संबूरा के अकरम डार मोहल्ले की घेराबंदी करते हुए जैसे ही आतंकी ठिकाने की तरफ बढऩा शुरु किया,आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया। लेकिन जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर उन्हें मुठभेड़ में उलझा लिया।
इस बीच, स्थानीय मस्जिदों से लोगों को मुठभेड़ स्थल पर जमा होने और गांव में फंसे आतंकियों को निकालने के लिए सुरक्षाबलों पर पथराव करने का आहवान हुआ। मस्जिदों में कुछ ही देर में जिहादी तराने गूंजने लगे और गलियों में नारेबाजी करती भीड़ ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु कर दिया। संबूरा के आस पास के इलाकों से भी लोग मुठभेड़ स्थल की तरफ बडऩे लगे।
पुलिस ने आतंक रोधी अभियान में बाधा डालने के लिए पथराव कर रही भीड़ को खदेडऩे के लिए बल प्रयोग किया और इसके बाद वहां हिंसक झढ़पें शुरु हो गई। लेकिन सुरक्षाबलों का आतंकरोधी अभियान जारी रहा।
एक आतंकी को सुरक्षाबलों ने रात को ही मार गिराया था। उस समय स्थानीय सूत्रों के हवाले से दावा किया गया था कि ललहारी मारा गया है। लेकिन पुलिस व अन्य एजेंसियों ने शव की शिनाख्त होने तक किसी तरह की पुष्टि से इंकार किया था।
अलबत्ता, आज सुबह मारे गए आतंकी की जब शिनाख्त कराई गई तो वह श्री अमरनाथ के श्रद्घालुओं की बस पर हमले के मास्टरमाईंड लश्कर कमांडर अबु इस्माईल का साथी रहमान भाई उर्फ उमैर निकला।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकी के अन्य दो साथी जिनमें ललहारी भी है, आधी रात के बाद भागने में कामयाब रहे। लेकिन दोनों गंभीर रुप से घायल हैं। इसलिए संबूरा व उसके साथ सटे इलाकों में संदिग्ध मकानों व तत्वों की तलाशी ली जा रही है।
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