मौका परस्त सियासत कर रही नेकां-पीडीपी : लोन
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) अ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर मौकापरस्त सियासत करने का आरोप लगाया। दोनों दलों का महागठबंधन अनुच्छेद 35ए या 370 के संरक्षण के लिए नहीं बल्कि हमारी पार्टी के नेतृत्व में बन रहे तीसरे मोर्चे को सत्ता से दूर रखने के लिए हो रहा था। इस रियासत को दोनों दलों ने अपनी जागीर समझ रखा है। हम नहीं चाहते कि यहां कोई अन्य कश्मीरियों के हक की बात करे। शिया नेता और पूर्व मंत्री मौलवी इमरान रजा अंसारी संग पत्रकारों से बातचीत करते लोन ने कहा कि मैंने भाजपा के साथ हाथ मिलाया तो सभी मेरी नीयत पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला तो सबसे पहले भाजपा से जुड़े थे। वह भाजपा नेता स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के पोस्टर ब्वॉय भी थे। महबूबा मुफ्ती जी के बारे में क्या कहा जाए जो बीते तीन साल भाजपा के सहारे ही सत्ता में बनी हुई थी। ये दल 370 के लिए नहीं अपनी कुर्सी के लिए एक हो रहे थे। खुदा के वास्ते नेकां-पीडीपी के नेताओं को लोगों से ज्यादा झूठ नहीं बोलना चाहिए। अनुच्छेद 370 इन्हें नहीं हमें भी प्रिय है। इस पर हम कोई समझौता नहीं करने वाले।
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मौका मिलने पर बहुमत साबित कर दूंगा
राज्य विधानसभा भंग करने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह राज्यपाल का अधिकार है। मैंने भी सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया था, महबूबा ने भी। मैं चुनौती देता हूं कि महबूबा सदन में अपना बहुमत साबित करें, नहीं कर सकती थी। वह जरूर अदालत में जाएं, मुझे यकीन है कि अदालत से उन्हें राहत मिलेगी। मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि वह अपना बहुमत साबित कर पाएं या नहीं, लेकिन मैं मौका मिलने पर बहुमत साबित कर दूंगा। मेरे पास सरकार बनाने लायक बहुमत था। मैंने दावा पेश किया। राज्यपाल का फैसला हमें मंजूर है। हम नए विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कश्मीरियों की बेहतरी चाहते
उन्होंने कहा कि इमरान साहब हमारे साथ शामिल हो गए हैं। यह शुरुआत है। बहुत से नेता जो सही मायनों में कश्मीरियों की बेहतरी चाहते हैं, हमारे साथ आ रहे हैं। नेकां और पीडीपी समेत अन्य दलों में विभाजन कराने के लग रहे आरोप नकारते हुए सज्जाद ने कहा कि यहां कुछ लोगों का ख्याल था कि मैं दलों को तोड़ रहा हूं। किसी को तोड़ने और संविधान के दायरे में जिसकी अनुमति हो उसके तहत काम करने में फर्क होता है। मैंने संविधान नहीं लिखा है। अगर कोई हमारे साथ शामिल होना चाहता है तो मैं भला इंकार क्यों करूंगा। लोन ने कहा कि अगर अन्य दलों के नेता साथियों और विधायकों को एक जुट नहीं रख सकते तो उसके लिए मुझे दोषी नहीं ठहराया जा सकता। भ्रष्टाचार अब लोगों की मानसिकता में होने लगा
सरकार बनाने के लिए विधायकों की खरीदो फरोख्त के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है। हम पैसे के दम पर सरकार नहीं बना सकते। नेकां और पीडीपी ने 50 साल रियासत में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से राज किया है। उनके पास पैसा है, उन्होंने यह पैसा कहां से कमाया। सच मानों तो भ्रष्टाचार लोगों की मानसिकता में होने लगा है। इसे सामाजिक मान्यता भी मिलने लगी है। जब हम अपने समाज में शादी-विवाह समारोह की बात करते हैं,रिश्ते की बात करते हैं तो लोग पूछते हैं कि लड़का कहां काम करता है, कहा नियुक्त है। अगर वह किसी मलाईदार जगह पर तैनात हैं तो सब कुछ खुश। जब तक हम इस मानसिकता को नहीं छोड़ंगे भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा। आज कोई भी पेशा भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं है। हम दक्षिण एशिया के उस हिस्से में रहते हैं जहां राजनीतिक, पत्रकारिता, वकील, डॉक्टर और इंजीनिय¨रग जैसे वर्गाें में भ्रष्टाचार अपनी जड़ें जमा चुका है। लोन ने कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे तो भ्रष्टाचार में लिप्त सियासी नेताओं की जांच कर उन्हे सजा देंगे।