रियाज नायकू ने जाकिर मूसा के पोस्टरों व वीडियो से पल्ला झाड़ा
सात मिनट के ऑडियो संदेश में एक तरफ रियाज नायकू की तस्वीर है तो दूसरी तरफ जाकिर मूसा की।
श्रीनगर, [ राज्य ब्यूरो] । हिजबुल मुजाहिदीन के फील्ड कमांडर रियाज नायकू उर्फ जुबैर-उल-इस्लाम ने रविवार को अंसार-गजवा-उल हिंद के कमांडर जाकिर मूसा के खिलाफ जारी पोस्टरों व वीडियो से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की साजिश है।
उसने लोगों से आग्रह किया है कि वह मुजाहिदों (आतंकी खुद को मुजाहिद कहते हैं) को किसी जगह मिलने पर उनके साथ किसी तरह की तस्वीर खिंचवाने या किसी के साथ उनका जिक्र करने से परहेज करें। रियाज नायकू को हिजबुल मुजाहिदीन ने पिछले महीने यासीन यत्तु उर्फ गजनवी के मारे जाने के बाद अपना फील्ड कमांडर बनाते हुए कश्मीर का ऑपरेशनल चीफ मुहम्मद बिन कासिम नामक आतंकी को बनाया है। कासिम के बारे में सुरक्षाबलों को ज्यादा जानकारी नहीं है।
अलबत्ता, रियाज नायकू द्वारा आज जारी ऑडियो संदेश ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। उसके ऑडियो संदेश ने पुष्टि कर दी है कि कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन हो या लश्कर या कोई अन्य आतंकी संगठन। अंतत: एक हैं। इससे पहले रियाज नायकू ने एक वीडियो जारी कर जाकिर मूसा और अल-कायदा दोनों को लताड़ा था। सात मिनट के ऑडियो संदेश में एक तरफ रियाज नायकू की तस्वीर है तो दूसरी तरफ जाकिर मूसा की। नायकू ने यह ऑडियो संदेश उर्दू भाषा में जारी किया है। उसने साफ कहा है कि पिछले दिनों एक वीडियो जारी हुआ था, जिसमें नजर आने वाले मुजाहिद खुद को हिज्ब का सदस्य बताते हैं, पूरी तरह झूठ है। हिज्ब ने आज तक ऐसा कोई वीडियो जारी नहीं किया है। जाकिर मूसा और हम सब एक ही हैं। हम एक दूसरे के खिलाफ काम नहीं करते क्योंकि हमारा मकसद एक ही है।
नायकू ने अपने वीडियो में कहा कि मौजूदा हालात में एक मुजाहिद को पता नहीं होता कि दूसरा मुजाहिद कहा हैं तो फिर मूसा भाई कैसे मुखबिर हो सकता है। इसलिए हम लोगों से और फील्ड में सक्रिय अपने साथियों को इन वीडियो व पोस्टरों से खबरदार करते हैं। यह वीडियो और पोस्टर हिंदुस्तान की साजिश का हिस्सा हैं ताकि हम लोगों में फूट डाली जा सके।
हिज्ब कमांडर ने अपने ऑडियो संदेश में आगे कहा है कि अगर कहीं किसी को कोई मुजाहिद नजर आता है तो वह न उसके साथ अपनी तस्वीर ले और न उसके बारे में फोन पर कोई बात करे न कभी किसी को बताए कि उसने किसी मुजाहिद को कहीं देखा है। इससे न सिर्फ वह खुद भारतीय फौज का निशाना बनेगा बल्कि मुजाहिदीन के लिए भी मुश्किल पैदा हो जाएगी।
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