कश्मीर घाटी में पटरी पर जिंदगी
बनिहाल-बारामुला रेल ट्रेक का निरीक्षण पूरा फिर से दौड़ेगी ट्रेन
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट आया है। सोमवार को श्रीनगर में मिनी बस सेवा शुरू होने के साथ सूमो टैक्सी भी यात्रियों को लेकर दौड़ती नजर आई। कई इलाकों में दुकानें भी पूरा दिन खुली रहीं। कश्मीर में धारा 144 को हटाने के साथ सभी स्कूल भी खोल दिए गए हैं, हालांकि एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। इस बीच, रेलवे पुलिस और उत्तरी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रीनगर से बनिहाल तक रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने के अलावा रेलगाड़ी का ट्रायल रन किया, जो सफल रहा। ऐसे में करीब तीन माह से बंद बनिहाल-श्रीनगर-बारामुला रेल सेवा मंगलवार को सामान्य रूप से बहाल हो जाएगी। सब कुछ सामान्य रहने पर बुधवार से ट्रेनों की संख्या और उनका परिचालन बढ़ाया जाएगा।
जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू किए जाने के मद्देनजर प्रशासन ने पांच अगस्त को बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। हालात में सुधार के बाद सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के साथ विचार विमर्श कर राज्य प्रशासन ने वादी में रेल सेवा को 11 नवंबर को बहाल करने का फैसला लिया था। पिछले सप्ताह हुए भीषण हिमपात के कारण बनिहाल-बारामुला रेलवे लाइन की सुरक्षा जांच नहीं हो पाई थी। इसलिए सोमवार को रेल सेवा को सामान्य रूप से बहाल नहीं किया जा सका। अलबत्ता, संबंधित प्रशासन ने श्रीनगर-बनिहाल रेलवे लाइन की जांच करते हुए रेलगाड़ी को ट्रायल के आधार पर चलाया, ताकि सुरक्षा मानकों को परखा जा सके। ट्रायल रन के तहत दो बार रेल गाड़ी को चलाया गया।
जम्मू-कश्मीर के डिवीजनल रेलवे मैनेजर राजेश अग्रवाल ने बताया कि बनिहाल-बारामुला के बीच रेल लगभग तीन महीनों से बंद थी। इतने समय बाद अब फिर से रेल सेवा बहाल हो रही है तो ऐसे में लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए इस तरह का निरीक्षण जरूरी हो जाता है। इससे ट्रैक की जांच हो जाती है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में करीब दो डीएमयू चलाने की तैयारी है। सभी कुछ बेहतर रहा तो ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। बड़गाम के जिला आयुक्त तारिक हुसैन गनेई ने कहा कि परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर मंगलवार सुबह दस से दोपहर तीन बजे तक बड़गाम-बारामुला सेक्शन पर रेल परिचालन होगा। राजेश अग्रवाल ने कहा कि मौसम व हालात अगर साथ देते हैं तो रेल परिचालन को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रैक की मुरम्मत की जा चुकी है और अधिकांश जगह से बर्फ भी हटाई गई है। सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा का भी पूरा प्रबंध किया गया है। इसके अलावा वादी में रेलवे स्टाफ भी पूरी तरह ड्यूटी पर लौट आया है। एसएसपी बारामुला अब्दुल क्यूम ने बताया कि रविवार को भी हमने बारामुला-श्रीनगर के बीच रेलगाड़ी का ट्रायल रन कराया था। दोनों ट्रायल सफल रहे हैं। अब कहा जाने लगा है लाइफ लाइन :
रेलवे के अनुसार, घाटी में बनिहाल से बारामुला के बीच 26 डीएमयू ट्रेन प्रतिदिन चलती हैं। एक डीएमयू में छह के करीब बोगियां हैं। हर बोगी में 112 के करीब लोग बैठते हैं। यानी एक डीएमयू में 672 के करीब यात्री सफर करते हैं। हर दिन इससे तीन लाख से अधिक का राजस्व एकत्र होता है। करीब 137 किलोमीटर लंबे इस रेल मार्ग पर यात्रियों को बारामुला से बनिहाल तक पहुंचने में मात्र दो घंटे लगते हैं। इसे अब कश्मीर की लाइफ लाइन भी कहा जाने लगा है। इसलिए लोगों को इस सेवा के जल्द बहाल होने का इंतजार है। कई बार बंद करनी पड़ी रेल सेवा : कश्मीर में यह रेल सेवा पहली बार प्रभावित नहीं रही है। वर्ष 2018 में कश्मीर में खराब माहौल को देखते हुए रेलवे को करीब 92 बार और इस साल 2019 के पहले तीन माह में 18 बार ट्रेन सेवा बंद करनी पड़ी थी। वर्ष 2016 में बनिहाल-बारामुला रेल सेवा करीब पांच माह बंद रही थी।