Move to Jagran APP

निदेशकों, संयुक्त सचिवों को नियमित रिपोर्ट करने के निर्देश

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य वित्त विभाग के प्रमुख सचिव नवीन कुमार चौधरी ने वीरवार को राज्य सरकार क

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Oct 2018 09:33 PM (IST)Updated: Thu, 11 Oct 2018 09:33 PM (IST)
निदेशकों, संयुक्त सचिवों को नियमित रिपोर्ट करने के निर्देश
निदेशकों, संयुक्त सचिवों को नियमित रिपोर्ट करने के निर्देश

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य वित्त विभाग के प्रमुख सचिव नवीन कुमार चौधरी ने वीरवार को राज्य सरकार के अधीनस्थ सभी प्रशासकीय विभागों में कार्यरत योजना विभाग के सभी निदेशकों, संयुक्त सचिवों और उपनिदेशकों को वित्त विभाग में नियमित रिपोर्ट करने का निर्देश दिया।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि सभी मुख्य योजना अधिकारी क्षेत्रीय योजना विभाग को रिपोर्ट करना जारी रखेंगे, जो बदले में वित्त विभाग को रिपोर्ट करेगा। उन्होंने यह निर्देश योजना, विकास एवं निगरानी (पीडीएंडएम) विभाग से परिप्रेक्ष्य योजना एवं क्षेत्रीय योजना अनुभाग को वित्त विभाग में हस्तांतरण के बाद अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जारी किए।

वित्त सचिव ने अधिकारियों को अपना काम जारी रखने पर जोर देते हुए कहा कि पीडीएंडएम विभाग की एकीकरण की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से पूरी होगी। शुरुआत में संगठनात्मक ढांचे में न्यूनतम छेड़छाड़ या बदलाव होगा। बाद में कैडर नियंत्रण प्राधिकरण और अन्य पहलुओं के बारे में अंतिम निर्णय लेने के बाद पूर्ण एकीकरण रोडमैप पर काम होगा। उन्होंने बजट तैयार करने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने का संकेत देते हुए अधिकारियों से कहा कि बजट में सिर्फ वही परियोजनाएं शामिल की जाएं, जिनके लिए तकनीकी और प्रशासकीय अनुमोदन प्राप्त हो। बजट में शामिल की जाने वाली योजना के वित्त पोषण का पूरा रोडमैप हो ताकि उसे तीन वित्तीय वर्षो में पूरा किया जा सके। ऐसा कोई रोडमैप न होने की स्थिति में राज्य सरकार को परियोजना को पूरा करने के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने का भी फैसला लेना पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि जिन लटकी हुई परियोजनाओं को जम्मू कश्मीर अवसंरचना विकास वित्त निगम (जेकेआइडीएफसी) द्वारा पूरा किया जाना है, के लिए आगामी बजट में डबल फं¨डग न हो। संबंधित अधिकारियों को इसे यकीनी बनाना होगा। उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के लिए आवश्यक निधि की सुनिश्चितता से जमीनी स्तर पर एक बड़ा और स्पष्ट बदलाव नजर आना चाहिए।

उन्होंने दोनों विभाग के एकीकरण से प्रभावित कैडर के हितों के संरक्षण का यकीन दिलाते हुए कहा कि अधिकारियों को काम की गुणवत्ता के साथ ही सचिवालय की प्रक्रियाओं का पालन करना चाहिए। उन्होंने बैठक में मौजूद अधिकारियों को कहा कि आपको सचिवालय की मूल कार्यप्रणाली की तरफ लौटना होगा। मैंने ऐसी कई फाइलें देखी हैं, जिनमें आप एक नोट या टिप्पणी को दूसरे के साथ नहीं जोड़ सकते। फाइलों का काम गुणात्मक होना चाहिए। आप सकारात्मक बदलाव लाने की शक्ति रखते हैं। इसलिए आपको फाइल पर अपना निर्णय स्पष्ट रूप से लिखना चाहिए। आप खुद फैसला लें या मुझे विकल्प दें। फाइलों पर अधिकारी इस पर विचार करें। हम यहां आपके हितों के संरक्षण के लिए मौजूद हैं, लेकिन जिम्मेदारियों से बचने की प्रवृत्ति से काम नहीं चलेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.