उमर बोले- हवा पानी बदलने के लिए गया था दिल्ली
मैं तीन अगस्त 2019 के बाद पहली बार दिल्ली आया हूं क्योंकि मुझे कुछ बदलाव चाहिए था और स्वास्थ्य जांच भी करानी थी। मेरी दिल्ली यात्रा के पीछे कोई सियासत नहीं है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी दिल्ली यात्रा को लेकर शुरू हुई सियासी अटकलों का मंगलवार को खंडन कर करते हुए कहा कि मैं तो सिर्फ हवा-पानी बदलने लिए श्रीनगर से बाहर निकला हूं। डॉक्टर से भी स्वास्थ्य जांच करानी थी। इसके साथ ही उन्होंने कुछ नीतिगत मुद्दों पर पार्टी मतभेदों को भी नकार दिया। कहा कि सभी की अपनी अपनी राय हो सकती है। नेकां का स्टैंड स्पष्ट है और वह चुनौतियों से निपटने के लिए संकल्पबद्ध है। बीते साल अगस्त में जो हुआ, हम सभी कानूनी तौर तरीकों से उसे चुनौती दे रहे हैं। पांच अगस्त के बाद से जो घटनाक्रम हुआ है, उसे लेकर सर्वाेच्च न्यायालय में पार्टी का स्टैंड कभी नहीं बदलेगा।
उमर अब्दुल्ला सोमवार को श्रीनगर से पहली उड़ान से दिल्ली गए थे। इसके एक दिन पहले ही उनके राजनीतिक सचिव तनवीर सादिक का एक लेख स्थानीय अखबारों में छपा था, जिसमें उन्होंने जेल में बंद सभी नेताओं की रिहाई, 4जी इंटरनेट सेवा की बहाली की मांग करते हुए बदले हालात में सुलह सफाई के जरिए नई शुरुआत पर जोर दिया है। सादिक के इस लेख पर नेकां के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री आगा सईद रुहैला मेहंदी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई और कहा कि केंद्र शासित राज्य में विधानसभा चुनाव मुख्यधारा के राजनीतिक दलों का मकसद नहीं होना चाहिए। मेरे बहुत से साथी पीएसए के तहत बंदी हैं और मेरे जैसे कई घरों में नजरबंद हैं। मैं चाहता हूं कि वह जल्द से जल्द रिहा हों। मेरा यकीन मानिए कि उनकी और मेरी नजरबंदी अपने आप में ही एक सियासी पैगाम और प्रक्रिया है। रुहैला और तनवीर में यूं चला वाक्युद्ध
नेकां के प्रवक्ता आगा सईद रुहैला ने तनवीर सादिक पर निशाना साधते हुए पूछा कि आप कौन सी राजनीतिक प्रक्रिया की बात कर रहे हैं, क्या चुनाव चाहिए? तनवीर सादिक ने भी जवाब देते हुए कहा कि मुझे किसी से कोई प्रमाणपत्र नहीं चाहिए। घर में अपने परिजनों के बीच बैठकर टिप्पणियां करना ज्ञान बांटना बहुत आसान है। कभी-कभार ट्वीट करने से पता चलता है कि आप कितने बहादुर हैं। उमर के सहयोगियों ने सियासत को दी हवा
उमर की दिल्ली यात्रा और उनके दो सहयोगियों के बीच वाक्युद्ध के साथ ही जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के नेता अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व में एक सलाहकार परिषद के गठन की अटकलों ने जम्मू कश्मीर की सियासत को खूब हवा दी। नेकां में असंतोष की बात जो बीते कुछ दिनों से रह-रहकर उठ रही थी, फिर से सबके ध्यान में आ गई। उमर की दिल्ली यात्रा को जम्मू कश्मीर की सियासत से जोड़कर ही देखा जा रहा है। उमर बोले- सादिक और रुहैला दोनों मेरे खास दोस्त
अलबत्ता, आज उमर अब्दुल्ला ने शाम को अपने ट्वीटर हैंडल पर पूरे मुद्दे पर अपनी सफाई दी। उन्होंने लिखा, मैं तीन अगस्त 2019 के बाद पहली बार दिल्ली आया हूं, क्योंकि मुझे कुछ बदलाव चाहिए था और स्वास्थ्य जांच भी करानी थी। मेरी दिल्ली यात्रा के पीछे कोई सियासत नहीं है। सादिक और आगा रुहैला मेहदी के बीच विवाद पर उन्होंने कहा कि दोनों ही मेरे बहुत खास दोस्त व सहयोगी हैं। दोनों को अपनी बात कहने और एक दूसरे से असहमत होने का पूरा अधिकार है। तनवीर सादिक और मेहंदी ने जो कुछ भी कहा वह अपनी निजी हैसियत में कहा है। नेकां एक लोकतांत्रिक पार्टी है और हम संगठन के भीतर हर एक राय को महत्व देते हैं। हालांकि, सार्वजनिक तौर पर किसी मुद्दे पर राय को रखने से पहले उन पर आपस में चर्चा करना बेहतर रहता है। मैंने खुद कई बार इस सिद्धांत का पालन न कर अपने हाथ जलाए हैं। उमर ने जारी की यात्रा की तस्वीर, बोले- 40 लोगों के साथ की यात्रा
श्रीनगर : उमर अब्दुल्ला ने अपनी यात्रा की तस्वीर जारी कर विशेष विमान से दिल्ली जाने की चर्चाओं को खारिज किया। उमर ने मंगलवार देर शाम अपने ट्वीटर हैंडल पर अपनी टिकट, जहाज के भीतर ली गई अपनी सेल्फी और मूवमेंट पास को अपलोड की। उन्होंने मंडलायुक्त कश्मीर द्वारा जारी मूवमेंट पास की तस्वीर के साथ लिखा है कि मैने नियमानुसार यात्रा की अनुमति मागी थी। मवूमेंट पास पर लिखा गया है कि वह स्वास्थ्य जाच के लिए श्रीनगर से दिल्ली जा रहे हैं। यात्रा की अनुमति 25-26 मई के लिए है। उन्होंने जहाज के भीतर ली अपनी तस्वीर को भी अपलोड किया अैर लिखा कि एयर एशिया के विमान में उन्होंने 40 लोगों के साथ यात्रा की। क्या अब मीडिया अटकलबाजियों को बंद करते हुए तथ्यों पर आधारित खबरें देगा।