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निदेशक के पद के लिए दो वरिष्ठ डॉक्टर भिड़े

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक पद को लेकर बुधवार को दो वरिष्ठ डाक्

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Jul 2018 12:01 AM (IST)Updated: Thu, 05 Jul 2018 12:01 AM (IST)
निदेशक के पद के लिए दो वरिष्ठ डॉक्टर भिड़े
निदेशक के पद के लिए दो वरिष्ठ डॉक्टर भिड़े

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक पद को लेकर बुधवार को दो वरिष्ठ डाक्टरों के बीच हाथापाई हो गई। दोनों को काबू करने के लिए पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। अलबत्ता, पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है।

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यह वाकया श्रीनगर के छन्नपोरा स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशालय में हुआ है। बताया जाता है कि मिशन के पूर्व निदेशक डॉ. मनमोहन ¨सह अचानक कांफ्रेंस रूम में पहुंच गए। उन्होंने मौजूदा निदेशक डॉ. यशपाल शर्मा को कुर्सी से उठाते हुए बाहर घसीटने का प्रयास किया। इस पर दोनों के बीच हाथापाई हो गई। वहां मौजूद अन्य कर्मियों ने तुरंत पुलिस को बुलाया और स्थिति पर काबू पाया।

विदित हो कि स्वास्थ्य शिक्षा विभाग ने डॉ. यशपाल शर्मा को कुछ माह पहले तत्कालीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक डॉ. मनमोहन ¨सह के स्थान पर निदेशक बनाया था। डॉ. मनमोहन ¨सह ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक पद पर बने रहने के लिए अदालत में याचिका दायर करते हुए दावा किया कि उन्हें गलत तरीके से हटाया गया है।

डॉ. मनमोहन ¨सह ने बताया कि उन्हें कैबिनेट के आदेश पर मिशन डायरेक्टर बनाया गया है। अदालत ने कैबिनेट के फैसले को सही ठहराया है। डॉ. शर्मा की नियुक्ति सही नहीं है और वह मुझे मेरे पद पर नहीं बैठने दे रहे हैं।

दूसरी तरह डॉ. यशपाल शर्मा ने कहा कि डॉ. ¨सह का व्यवहार पूरी तरह से अशोभनीय था। वह कांफ्रेंस रूम में अचानक घुस गए और हाथापाई करने लगे। अगर अदालत ने उनके हक में फैसला सुनाया है तो उन्हें स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रशासकीय सचिव से मिलना चाहिए। वह मेरे कार्यालय में कल भी आए थे। उस समय मैं वहां नहीं था तो उन्होंने वहां मेरे कंप्यूटर और आलमारी पर ताला लगवा दिया था।

इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी रहे एक कर्मी ने कहा कि डॉ. ¨सह ने जिस तरह का व्यवहार किया वह किसी डॉक्टर को शोभा नहीं देता। वह गालियां दे रहे थे और अचानक ही मारपीट करने लगे। अगर पुलिस समय रहते नहीं पहुंचती तो स्थिति और ज्यादा बिगड़ जाती।

डॉ. यशपाल शर्मा ने कहा कि मुझे कुर्सी का कोई शौक नहीं है। मुझे जिस जगह नियुक्त किया जाएगा, मैं वहां अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हूं, लेकिन गुंडागर्दी सहन की जा सकती है।

एसडीपीओ सदर फहद टाक ने एनएचएम कार्यालय में हुई हाथापाई की पुष्टि करते हुए बताया कि किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है। हमने मौके पर पहुंचकर हालात को सामान्य बनाया है। अगर कोई शिकायत दर्ज कराएगा तो उसी आधार पर कार्रवाई होगी।


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