Jammu Kashmir: श्रीनगर में 30 साल बाद रात्रिकालीन बस सेवा बहाल, निवेश की भी बहार
Jammu Kashmir जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार तेज हो गई है। बुधवार को श्रीनगर में 30 वर्ष बाद रात्रिकालीन बस सेवा बहाल की गई है। अब देर रात गए तक बाजार खुले रहते हैं और लोग बेखौफ घूमते हैं। देश-विदेश के निवेशक यहां निवेश कर रहे हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू कश्मीर में शांति, सुरक्षा और विश्वास का वातावरण लगातार मजबूत हो रहा है। यही कारण है कि कश्मीर में विशेषकर श्रीनगर में 30 वर्ष बाद रात्रिकालीन बस सेवा बहाल की गई है। अब देर रात गए तक बाजार खुले रहते हैं और लोग बेखौफ घूमते हैं। देश-विदेश के निवेशक यहां निवेश कर रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात स्थित एम्मार समूह श्रीनगर में एक शॉपिंग मॉल बना रहा है।
कठुआ में निजी निवेशकों ने छह हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है। बीते 22 माह में 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश के 5372 प्रस्ताव मिले हैं। 10 माह में 1547.87 करोड़ रुपये का निवेश जम्मू कश्मीर में हो चुका है। प्रदेश के औद्योगिक इतिहास में यह अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पर्यटकों की बात करें तो बीते वर्ष 1.88 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर आए हैं। यह संख्या लगातार बढ़ रही है।
आतंकी हिंसा में आई कमी
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू कश्मीर के वर्ष 2023-24 के बजट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश में आ रहे सुखद बदलाव का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकी हिंसा में उल्लेखनीय कमी आई है। लोगों में सुरक्षा एवं विश्वास की भावना मजबूत हुई है। एक समय था जब देश-विदेश के कारोबारी जम्मू कश्मीर में निवेश को लेकर आशंकित रहते थे, लेकिन अब परिस्थितियां बदल गयी हैं।
उन्होंने कहा कि 19 मार्च को एम्मार समूह ने श्रीनगर में मॉल ऑफ श्रीनगर का शिलान्यास कर जम्मू कश्मीर की विकास यात्रा में नए युग की शुरुआत की है। यह माल संबंधित समूह ने वर्ष 2026 तक तैयार करना है, लेकिन हमने इसे 2025 में तैयार करने के लिए आग्रह किया है। इसके अलावा श्रीनगर और जम्मू में विदेशी निवेशकों की मदद से दो आईटी टावर भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जी-20 सम्मेलन भी कश्मीर में आयोजित किया जा रहा है।
पहले था आतंक का साया, अब रात को भाग रही जिंदगी
आतंकवाद के दौर से पहले श्रीनगर में देर रात तक बस सेवा चलती थी और दुकानें खुली रहने से चहल-पहल होती थी। करीब 30 वर्ष पहले आतंकवाद का काला साया पड़ते ही कश्मीर ठहर सा गया। दिन ढलने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद होते गए और रात्रिकालीन बस सेवा भी बंद हो गई। हालात को देखते हुए किसी ने भी रात्रिकालीन बस सेवा को बहाल करने का प्रयास तक नहीं किया।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में आ रहे बदलाव का ही नतीजा है कि इसे दोबारा शुरू किया गया है। प्रशासन ने अब श्रीनगर शहर के भीतरी हिस्सों के लिए ही नहीं, चाडूरा समेत वादी के कुछ अन्य प्रमुख कस्बों से भी श्रीनगर के लिए रात्रिकालीन बस सेवा बहाल कर दी है। प्रदेश सड़क परिवहन निगम रात 10 बजे तक बस सेवा उपलब्ध करवा रहा है। इससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिली है।