बातचीत के जरिये हल हो सकती है कश्मीर समस्या : नेकां
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कांफ्रेंस का प्रतिनिधिमं
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कांफ्रेंस का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ¨सह से मिला। उन्होंने राज्य में सुरक्षाबलों द्वारा जारी तथाकथित मानवाधिकार हनन की घटनाओं को रोकने और कश्मीर समस्या को बातचीत के जरिये हल करने पर जोर देते हुए एक ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ¨सह मंगलवार को राज्य के एक दिवसीय दौरे पर श्रीनगर में थे। नई दिल्ली लौटने से पूर्व उन्होंने विभिन्न् राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। नेकां प्रतिनिधिमंडल में नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर, डॉ. मुस्तफा कमाल, तनवीर सादिक, सकीनाइटटु, नासिर असलम वानी, मोहम्मद शफी उड़ी, मुबारक गुल भी शामिल थे।
नेकां नेताओं ने राज्य के मौजूदा हालात, लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था, स्थानीय युवाओं में बढ़ती विमुखता की भावना, कुलगाम की घटना से जुड़े मुददों से लेकर राज्य के मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की। उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों में कासो के नाम पर आम लोगों को सुरक्षाबलों द्वारा तंग किए जाने, वादी में इंटरनेट की रोक और कर्फ्यू से लोगों को होने वाली दिक्कतों की तरफ भी केंद्रीय गृहमंत्री का ध्यान दिलाते हुए इन समस्याओं को हल करने पर जोर दिया।
केंद्रीय गृहमंत्री को नेकां नेताओं एक ज्ञापन भेंट किया और कहा कि कश्मीर समस्या को सिर्फ बातचीत की जरिए ही हल किया जा सकता है। यह लोगों की राजनीतिक आकांक्षाओं से जुड़ा मुददा है और यह ताकत के इस्तेमाल या रोजगार पैकेज से हल नहीं हो सकता। उन्होंने आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती पर चिंता जताई और हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनावों में कश्मीर में 231 वार्डों में किसी उम्मीदवार द्वारा चुनाव न लड़ने की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि मात्र 4.5 प्रतिशत मतदाताओ ंने मतदान में हिस्सा लिया है जो कश्मीर में केंद्र द्वारा अपनाई जा रही नीतियों की नाकामी का प्रतीक है।