कोरोना के चलते ईद पर घरों में ही हुई नमाज
कश्मीर में इस बार ईद-उल-फितर का त्योहार बिलकुल अलग अंदाज में मनाया गया। कोविड-19 के चलते किसी भी मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं हुई। जम्मू संभाग में भी ऐसा ही हुआ। लोगों ने घरों में ही नमाज अता की। वहीं मस्जिदों और दरगाहों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में इस बार ईद-उल-फितर का त्योहार बिलकुल अलग अंदाज में मनाया गया। कोविड-19 के चलते किसी भी मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं हुई। जम्मू संभाग में भी ऐसा ही हुआ। लोगों ने घरों में ही नमाज अता की। वहीं, मस्जिदों और दरगाहों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
कोरोना संक्रमण के चलते धर्मगुरुओं और मौलानाओं ने लोगों को अपने घरों में ही नमाज अता करने की अपील की थी। मस्जिदों को पहले से ही बंद रखा गया था। सभी प्रमुख मस्जिदों के बाहर कड़े प्रतिबंध थे। कुछ जगह पर परिवारों के लोगों ने छोटे-छोटे समूहों में शारीरिक दूरी बनाए रखकर नमाज भी की। दूर रहकर ही एक दूसरे को बधाई दी। पुलिस ने भी लाउडस्पीकर से लोगों से अनुरोध किया था कि वे घरों के बाहर न आएं। घरों में ही नमाज करें। सोशल साइट्स पर मुबारकबाद
कश्मीर में प्रतिबंध और कोरोना वायरस के कारण इस बार लोगों ने ईद की बधाई देने के लिए सोशल साइट्स का भी जमकर इस्तेमाल किया। वाट्सएप और फेसबुक पर मुबारकबाद संदेश दिए गए। कश्मीर के लोगों का कहना है सभी अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और इसीलिए सरकार के निर्देशों के अनुसार ही ईद पर घरों में नमाज अदा की।