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आतंकियों ने ढाई साल की बच्ची सहित चार को मारी गोली

राज्य ब्यूरो श्रीनगर कश्मीर में जिहादी एजेंडे के नाकाम होने से हताश आतंकियों ने शुक्रवार र

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 09:24 AM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:44 AM (IST)
आतंकियों ने ढाई साल की बच्ची सहित चार को मारी गोली
आतंकियों ने ढाई साल की बच्ची सहित चार को मारी गोली

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में जिहादी एजेंडे के नाकाम होने से हताश आतंकियों ने शुक्रवार रात उत्तरी कश्मीर के डागरपोरा में एक घर में घुसकर ढाई साल की मासूम बच्ची समेत तीन सेब व्यापारियों को गोलियों से भूनकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे उपचार के लिए विशेष विमान से एम्स नई दिल्ली ले जाया गया है।

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आतंकियों ने जिस घर में गोलियां चलाई वह सोपोर के नामी व्यापारी हमीदुल्ला राथर का है। सेब व्यापारी आतंकी धमकियों के बावजूद सोपोर फल मंडी में लगातार कारोबार कर रहे थे। इसी के चलते आतंकियों ने हमला किया। बता दें कि लश्कर आतंकी अबु हैदर ने गत सप्ताह एक पोस्टर जारी कर कहा था कि सोपोर में कुछ व्यापारी फल मंडी खुलवा रहे हैं। अब हम इन लोगों को चेतावनी नहीं देंगे, सीधी कार्रवाई करेंगे।

चार से पांच आतंकियों ने की वारदात :

स्वचालित हथियारों से लैस चार से पाच आतंकियों ने सबसे पहले डांगरपोरा गांव में दो सेब व्यापारियों 60 वर्षीय मोहम्मद अशरफ डार और 45 वर्षीय रमजान डार को बंदूक की नोक पर उनके घर से अगवा कर लिया। इन दोनों को लेकर आतंकी एक अन्य सेब व्यापारी हमीदुल्ला राथर के घर पहुंचे, लेकिन वह घर पर नहीं थे। इस दौरान हमीदुल्ला का बेटा 32 अरशद हुसैन राथर घर पर मिला। वह भी फल व्यापारी है। आतंकियों ने तीनों सेब व्यापारियों को बंद का फरमान न मानने का आरोप लगाते हुए अपने साथ चलने को कहा। व्यापारियों और उनके परिवार की ओर से प्रतिरोध करने पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियों चला दीं। बच्ची को भी नहीं बख्शा :

फायरिंग में मोहम्मद अशरफ, रमजान डार और अरशद हुसैन राथर बुरी तरह घायल हो गए। आतंकियों ने घर में मौजूद अरशद हुसैन राथर की ढाई साल की बेटी उसमा जान को भी नहीं बख्शा। बच्ची की दायीं टांग में दो गोलियां लगी हैं। मोहम्मद अशरफ डार की दायीं जाघ में दो गोलिया लगी हैं। वहीं मोहम्मद रमजान की भी दायीं जाघ और इरशाद हुसैन राथर के घुटने और पाव में गोलिया मारी गई हैं। आतंकी लोगों को मरा समझ वहां से चले गए। वहीं, जाने से पहले परिवार की महिलाओं को भी धमकाया। बच्ची को दिल्ली रेफर किया :

इस बीच, जिला उपायुक्त श्रीनगर शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि बच्ची उसमा जान की हालत गंभीर होने के कारण शनिवार सुबह उसे विशेष विमान से एम्स नई दिल्ली भेज दिया गया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए एक तलाशी अभियान चलाया है। अब आतंकी फरमान नहीं मान रहे घाटी के लोग :

पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से वादी की आबोहवा पूरी तरह बदल चुकी है। घाटी में लोग अब आतंकियों और अलगाववादियों की नहीं सुन रहे हैं। आतंकियों ने लोगों को अपने कारोबार बंद रखने और किसी भी बाहरी व्यक्ति को काम पर न रखने को कहा था। ऐसा न करने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। लेकिन अपने फरमान की अनदेखी से हताश आतंकी अब लोगों को निशाना बना रहे हैं। आम लोगों को निशाना बना रहे आतंकी :

पिछले तीन दिन में सोपोर में आतंकियों द्वारा आम नागरिकों को निशाना बनाए जाने की यह दूसरी वारदात है। इससे पहले बुधवार रात आतंकियों ने एक बाहरी श्रमिक की हत्या का प्रयास किया था। इससे पहले आतंकियों ने गुज्जर समुदाय के दो युवकों की भी हत्या कर दी थी।


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