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Jammu Kashmir : महबूबा मुफ्ती बोली-जम्मू सबसे ज्यादा पंथ निरपेक्ष, भाजपा यहां लोगों को लड़ाना चाहती है

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमें जम्मू के वोटों की फिक्र नहीं है। हम सिर्फ चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर एक ही रहे। भाजपा यहां लोगों को लड़ाना चाहती है। अगर किसी काे सबसे ज्यादा सेक्युलर पंथ निरपेक्ष जगह देखनी है तो वह सिर्फ जम्मू ही है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 14 Sep 2022 09:32 AM (IST)Updated: Wed, 14 Sep 2022 09:32 AM (IST)
Jammu Kashmir : महबूबा मुफ्ती बोली-जम्मू सबसे ज्यादा पंथ निरपेक्ष, भाजपा यहां लोगों को लड़ाना चाहती है
कभी कश्मीर भी ऐसा ही था, लेकिन आज कश्मीर में हालात ठीक नहीं है।(File Photo)

जम्मू, राज्य ब्यूरो : भाजपा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पांच अगस्त 2019 को जब हमारा विशेष दर्जा और झंडा हटाने के लिए संविधान की धज्जियां उड़ाई गई, बदकिस्मती से उस समय पूरा देश चुपचाप देखता रहा। आज भाजपा राष्ट्रीय संविधान को पूरी तरह से नष्ट करने पर तुली है। लोगों को बात नहीं करने दी जाती, राजनीतिज्ञों का मुंह बंद किया जा रहा है। लोगों को अब समझ आ रहा है कि आंबडेकर के संविधान की धज्जिया उड़ाई जा रही हैं।

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महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमें जम्मू के वोटों की फिक्र नहीं है। हम सिर्फ चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर एक ही रहे। भाजपा यहां लोगों को लड़ाना चाहती है। अगर किसी काे सबसे ज्यादा सेक्युलर पंथ निरपेक्ष जगह देखनी है तो वह सिर्फ जम्मू ही है। यहां सभी मजहबों के लोग आपस में पूरे सद्भाव और सहयोग के साथ रहते हैं। कभी कश्मीर भी ऐसा ही था, लेकिन आज कश्मीर में हालात ठीक नहीं है।

आप पीआर पर पैसा खर्च करते हैं, लेकिन कुछ भी चंगा नहीं : महबूबा मुफ्ती ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर निशाना साधते हुए कहा कि आप पीआर पर इतना पैसा खर्च करते हैं और बताते हैं कि सब कुछ चंगा है, लेकिन यहां कुछ भी चंगा नहीं है। लाेग बहुत मुश्किल हालात में हैं। व्यापारियों को तंग किया जा रहा है, विकास कार्य ठप हैं। कर्मचारी वर्ग भी परेशान है। किसी को बात करने की इजाजत नहीं है।

आकाफ की जगह पर किसी दूसरे मजहब की इमारतें बन रही हैं : महबूबा मुफ्ती ने आराेप लगाया कि जम्मू में मुस्लिम आकाफ ट्रस्ट की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आकाफ की जमीन पर किसी दूसरे मजहब के लोग अपना झंडा गाढ़ देते हैं और फिर रातों रात वहां कोई इमारत खड़ी हो जाती है। जब पुलिस से शिकायत की जाती है तो वह कहती है कि इमारत बन चुकी है,हम कुछ नहीं कर सकते।


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