लश्कर ने रची नागरिक हत्याओं की साजिश
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों के लगातार बढ़ते दबाव से हताश आतंकी सं
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर में सुरक्षाबलों के लगातार बढ़ते दबाव से हताश आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अब उत्तरी कश्मीर में अपने आतंक का साम्राज्य खड़ा करने की साजिश रची है। लश्कर ने अपने स्थानीय कैडर को ज्यादा से ज्यादा नागरिक हत्याओं को अंजाम देने का हुकुम दिया है। लश्कर की इस नापाक साजिश का खुलासा बारामुला पुलिस द्वारा गत दिनों पकड़े गए लश्कर के चार आतंकियों और नौ ओवरग्राउंड वर्करों के माड्यूल से पूछताछ के दौरान हुआ है। पकड़े गए चार आतंकियों में से दो को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान काबू किया था।
इस माड्यूल का फरार सरगना सुहैब पिछले साल पासपोर्ट के आधार पर पाकिस्तान गया था। वहां उसने लश्कर के कैंप में आतंकी ट्रे¨नग ली और वाघा बार्डर के रास्ते वापस बारामुला पहुंचा और फिर वह लश्कर का सक्रिय आतंकी बन गया। उसके साथ पाकिस्तानी आतंकी अबु माज और नदीम को स्थानीय लोगों, कुछ राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं की हत्या का जिम्मा सौंपा गया है।
गौरतलब है कि गत 30 अप्रैल की रात को बारामुला के खानपोरा इलाके में आतंकियों ने तीन युवकों हसीब नबी खान, इरफान अहमद शेख और मोहम्मद असगर की हत्या कर दी थी। इन तीन में से दो युवकों को लश्कर ने वर्ष 2016 में एक वीडियो जारी कर मौत के घाट उतारने की धमकी दी थी। एसएसपी बारामुला इम्तियाज हुसैन मीर ने बताया कि तीन युवकों की हत्या के बाद हमने बारामुला और इसके साथ सटे सभी इलाकों में विशेष अभियान चलाया। पिछले सप्ताह द्रंगबल में एक तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों से हुई मुठभेड़ में हमने एक आतंकी को जख्मी हालत में ¨जदा पकड़ा। कुछ ही देर में हमने मुठभेड़स्थल से भागे एक अन्य आतंकी बिलाल अहमद निवासी बंगलाबाग बारामुला को एक संक्षिप्त मुठभेड़ में पकड़ा।
पूछताछ में इन दोनों आतंकियों ने 30 अप्रैल को हुई तीन युवकों की हत्या में अपनी संलिप्तता कुबूल करते हुए बताया कि लश्कर कमांडरों का आदेश था। इसके साथ ही इन लोगों ने अपने तीन अन्य साथियों सुहैब निवासी खानपोरा, एजाज अहमद निवासी जामी मोहल्ला बारामुला और बिलाल अहमद निवासी बंगलाबाग के नाम बताए। एजाज और बिलाल को भी उनके ठिकानों से पकड़ लिया गया, लेकिन सुहैब फरार है।
एसएसपी ने बताया कि बिलाल ने ही 30 अप्रैल को मारे गए तीन युवकों की निशानदेही करते हुए वारदात के लिए जगह चुनी थी। सुहैब, एजाज और बिलाल ने उनपर गोलियां चलाई थी। ये तीनों आतंकी स्थानीय हैं। वारदात में इस्तेमाल सभी हथियार जब्त कर लिए गए हैं। वारदात के बाद आतंकी कार नंबर जेके01जे-0010 में भागे थे। यह कार चिश्ती कॉलोनी में रहने वाले उजैर अमीन बट ने दी थी। कार को जब्त करते हुए उजैर को भी गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी बारामुला ने बताया कि इन सभी से जब पूछताछ हुई तो पता चला कि ये लोग सिर्फ बारामुला में ही नहीं बल्कि सोपोर व उसके साथ सटे इलाकों में भी सक्रिय हैं। इनसे मिले सुराग के आधार पर छह ओवरग्राउंड वर्कर और पकड़े गए। इस पूरे माड्यूल को नदीम अहमद डार निवासी नौपुरा कलां सोपोर और सुहैब ही संचालित कर रहे थे। पकड़े गए सभी आतंकी हाजिन में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी अबु माज के साथ भी जुड़े हुए थे। इन सभी को अपने-अपने इलाके में आम लोगों की हत्या करते हुए आतंक का माहौल पैदा करने व नए लड़कों की भर्ती का जिम्मा मिला हुआ था।
एसएसपी ने बताया कि इन आतंकियों के पकड़े जाने से उत्तरी कश्मीर में बीते कुछ माह से हो रही नागरिक हत्याओं की गुत्थी भी सुलझा ली गई है। उन्होंने बताया कि इन्हीं आतंकियों से पूछताछ के आधार पर एक अन्य आतंकी नसीर अहमद मोची निवासी सोपोर पकड़ा गया है। उसने ही दो दिसंबर 2017 और 22 जनवरी 2018 को बारामुला पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले किए थे। उसने यह हमले एजाज अहमद गोजरी के निर्देश पर किए थे। एसएसपी ने बताया कि लश्कर के पकड़े गए आतंकियों और ओवरग्राउंड वर्करों के कब्जे से दो एसाल्ट राइफलें, दो पिस्तौल, चार हथगोले, एसाल्ट राइफल के 50 कारतूस, चार एके मैगजीन और दो पिस्तौल मैगजीन बरामद किए गए हैं।