अमरनाथ यात्रियों पर हमले का मास्टरमाइंड अबु इस्माइल ढेर
सुरक्षाबलों ने अबु इस्माइल को मार गिराने से पहले सुबह तीन आतंकियों को जिंदा दबोच लिया।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]। सुरक्षाबलों ने वीरवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए श्रीनगर के नौगाम में एक मुठभेड़ में अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस पर हमले के मास्टरमाइंड लश्कर कमांडर अबु इस्माइल को उसके पाकिस्तानी साथी सहित मार गिराया।
10 लाख के इनामी और पाकिस्तान के निवासी इस्माइल की मौत को लश्कर के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इसी साल 10 जुलाई को श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान बटेंगू (अनंतनाग) में आतंकियों ने श्रद्धालुओं की बस पर हमला किया था, जिसमें आठ यात्रियों की मौत हो गई थी। इस हमले में शामिल आतंकी दस्ते की अगुवाई अबु इस्माइल ने ही की थी।
कश्मीर में दो साल से सक्रिय अबु इस्माइल को मार गिराने में सुरक्षाबलों को आधा घंटा भी नहीं लगा। करीब 30 से 35 गोलियां ही सुरक्षाबलों को चलानी पड़ी और इस्माइल के साथ उसका दूसरा पाकिस्तानी साथी छोटा कासिम भी मारा गया।
आतंकी अबु दुजाना द्वारा जाकिर मूसा का हाथ थाम लेने के बाद लश्कर ने इस्माइल को जून में दक्षिण कश्मीर का ऑपरेशनल चीफ बनाया था। दक्षिण कश्मीर में सक्रिय होने से पहले वह जिला बड़गाम और श्रीनगर के बाहरी हिस्सों में सक्रिय था।
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आइजीपी) मुनीर अहमद खान ने विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल वीएस राजू और आइजीपी सीआरपीएफ के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक क्लीन स्वीप ऑपरेशन रहा। दोनों आतंकी श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र नौगाम के कनीपोरा इलाके में एक व्यक्ति विशेष के घर में छिपे थे। सेना और पुलिस के एक संयुक्त कार्यदल ने जैसे ही मकान की घेराबंदी की, आतंकियों ने वहां से भागने का प्रयास करते हुए फायरिंग की। जवानों ने जवाबी फायर कर दोनों आतंकियों को मार गिराया।
आइजीपी ने बताया कि मारे गए आतंकियों के पास से दो एसाल्ट राइफलें, दो मैगजीन और एक पाउच के अलावा दो यूबीजीएल भी मिले हैं।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि अबु इस्माइल और छोटा कासिम अपने कुछ साथियों सहित बीते एक माह से श्रीनगर के आस-पास ही घूम रहे थे। पुलिस को अपने मुखबिरों से उसके ठिकाने की सूचना मिली। अबु इस्माइल बेशक 10 जुलाई को अमरनाथ श्रद्धालुओं की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था, लेकिन वह सुरक्षाबलों के राडार पर जून 2016 में केपी रोड पर आतंकी हमले की जांच में आया था।
तीन आतंकी जिंदा दबोचे : सुरक्षाबलों ने अबु इस्माइल को मार गिराने से पहले सुबह तीन आतंकियों को जिंदा दबोच लिया। उत्तरी कश्मीर के करालगुंड (हंदवाड़ा) में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी वहीद अहमद बट निवासी काचलू को एक तलाशी अभियान के दौरान पकड़ा। उससे एक हथगोला भी मिला है। हंदवाड़ा के साथ सटे कलमाबाद गांव से एक अन्य हिज्ब आतंकी मुहम्मद शफी मीर को भी सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिया। इसके अलावा बांडीपोरा में भी आतंकी जमीर अहमद खटाना पकड़ा गया। उससे एक पिस्तौल व अन्य हथियार बरामद हुए हैं।
इन प्रमुख वारदात में शामिल था अबु इस्माइल :-
01 सितंबर 2017 : जेवन में पुलिस वाहन पर हमला, एक पुलिसकर्मी शहीद।-
05 अगस्त 2017 : नौगाम में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला। एक जवान जख्मी।-
25 जून 2017 : डीपीएस पंथाचौक आत्मघाती हमले की साजिश भी इस्माइल ने रची थी।-
तीन अप्रैल 2017 : पांपोर में सीआरपीएफ पर हमला। इसमें एक जवान शहीद व छह जख्मी हुए थे।-
17 दिसंबर 2016- पांपोर में सुरक्षाबलों के काफिले पर हमला। तीन जवान शहीद।-
15 दिसंबर 2016 : पुलवामा में बैंक में लूट।
21 नवंबर 2016 : मलपोरा चरार-ए-शरीफ स्थित जम्मू-कश्मीर बैंक की शाखा में लूट।
08 दिसंबर 2016 : अरिहाल (पुलवामा) में बैंक डकैती।-
02 अक्तूबर 2016 : पुलवामा में सरपंच फ्याज अहमद की हत्या।-
04 जून 2016 : केपी रोड अनंतनाग में पुलिस दल पर हमला, दो पुलिसकर्मी शहीद।-
मई 2016 : काकपोरा में सैन्य शिविर पर ग्रेनेड हमला, जवान जख्मी।