मूसा से नजदीकियां बढ़ा रहा है लश्कर-ए-तैयबा
अगर मूसा और लश्कर आपस में मिलते हैं तो यह एक बड़ा खतरा है। इससे जहां मूसा और मजबूत होगा वहीं लश्कर को अपनी गतिविधियां अंजाम देने में आसानी होगी।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो] । जाकिर मूसा को इस्लाम का दुश्मन करार देने के बाद लश्कर-ए-तैयबा ने अब उसके साथ नजदीकियां बढ़ाने और मिलकर जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। लश्कर ने उसे हथियार और अन्य साजो-सामान भी उपलब्ध कराने का यकीन दिलाया है।
गौरतलब है कि हिजबुल मुजाहिदीन के बागी कमांडर जाकिर मूसा ने अल कायदा का दामन थामा और अंसार गजवा उल हिंद की कश्मीर में स्थापना की। लश्कर व हिज्ब ने उसे भारतीय एजेंसियों का एजेंट करार दिया था। जाकिर मूसा ने भी लश्कर व हिज्ब के साथ मतभेदों की पुष्टि करते हुए अबु दुजाना के मारे जाने पर कहा था कि लश्कर की इस्लाम विरोधी गतिविधियों को समझने के बाद दुजाना ने अंसार गजवा उल हिंद का दामन थामा था। अलबत्ता सुरक्षा एजेंसियों ने पिछले दिनों पता लगाया है कि लश्कर व जाकिर मूसा के बीच समझौता हो गया है। गुलाम कश्मीर से आए लश्कर के एक दर्जन आतंकियों ने जाकिर मूसा से मुलाकात की है।
उन्होंने उसे हथियारों का एक जखीरा सौंपने के अलावा पैसा भी दिया है। लश्कर ने कश्मीर में कई जगहों पर जाकिर मूसा की सहमति से ही अपनी कार्रवाई को अंजाम देने की इच्छा जताई है। पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर मुनीर अहमद खान ने शनिवार को कहा कि हमारे पास भी ऐसे कुछ इनपुट आए हैं। हम इनकी छानबीन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मूसा और लश्कर आपस में मिलते हैं तो यह एक बड़ा खतरा है। इससे जहां मूसा और मजबूत होगा वहीं लश्कर को अपनी गतिविधियां अंजाम देने में आसानी होगी।