विलय दिवस के विरोध में कश्मीर रहा बंद
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में शनिवार को अलगाववादियों के आह्वान पर लगातार छठे दि
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में शनिवार को अलगाववादियों के आह्वान पर लगातार छठे दिन भी सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। श्रीनगर के डाउन-टाउन के कुछेक हिस्सों और दक्षिण कश्मीर के कुलगाम व शोपियां में सुरक्षाबलों और शरारती तत्वों के बीच हुई ¨हसक झड़पों के अलावा अन्यत्र स्थिति शांत रही। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी बंद रही। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी हुíरयत प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारूक समेत प्रमुख अलगाववादी घरों में नजरबंद रहे। गौरतलब है कि आल पार्टी हुíरयत कांफ्रेंस समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने जम्मू कश्मीर के भारत विलय के खिलाफ पूरे कश्मीर में यौम-ए-स्याह मनाने और देश विरोधी रैलियां करने का आह्वान करते हुए लोगों से हड़ताल को कामयाब बनाने को कहा था। वर्ष 1947 में 27 अक्तूबर को ही भारतीय सेना ने कश्मीर में पहुंच पाकिस्तानी कबायलियों को खदेड़, जम्मू कश्मीर को बचाया था। बीते पांच दिनों के दौरान कश्मीर में बंद का सिलसिला गत 21 अक्टूबर को लारु कुलगाम में जैश के तीन आतंकियों और उसके बाद विस्फोट में सात नागरिकों की मौत के बाद सोमवार को शुरू हुआ था जो बाद में अन्य मुठभेड़ में आतंकियों की मौत के साथ चला था। अलगाववादी खेमा वर्ष 1989 से कश्मीर में विलय दिवस को यौम ए स्याह के तौर पर मनाता आ रहा है। अलगाववादियों के बंद के आहवान को देखते हुए प्रशासन ने श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों रैनावारी, नौहट्टा, महराजगंज, खनयार, करालखुड, सफाकदल और मैसूमा के इलाकों में निषेधाज्ञा को लागू रखा। सोपोर और बारामुला के अलावा दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में भी विभिन्न इलाकों में प्रशासन ने निषेधाज्ञा लगाई थी। अलगाववादियों के बंद और प्रशासनिक पाबंदियों चलते श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें, पेट्रोल-डीजल पंप, निजी कार्यालय और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद रहे। बताया कि सार्वजनिक वाहन सड़कों से लगभग नदारद रहे। शहर के कई भीतरी इलाकों में निजी वाहन और तिपहिया जरुर चलते नजर आए। संवेदनशील जगहों पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया था। डाउन-टाउन के सफाकदल व उसके साथ सटे इलाकों के अलावा दक्षिण कश्मीर के कुलगाम व पुलवामा के विभिन्न हिस्सों में शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों पर पथराव करते हुए जुलूस निकालने का प्रयास करते हुए पथराव किया। सुरक्षाबलों ने कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पथराव कर रही भीड़ पर बल प्रयोग कर उसे खदेड़ा और इलाकों में व्यवस्था बहाल की।