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प्रोटोकाल नहीं बनेगा रुकावट, सभी दलों से मिलूंगा : मलिक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर में शाति बहाली और अन्य मुद्दों के ह

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Aug 2018 02:37 AM (IST)Updated: Wed, 29 Aug 2018 02:37 AM (IST)
प्रोटोकाल नहीं बनेगा रुकावट, सभी दलों से मिलूंगा : मलिक
प्रोटोकाल नहीं बनेगा रुकावट, सभी दलों से मिलूंगा : मलिक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर में शाति बहाली और अन्य मुद्दों के हल के लिए सभी स्तर पर बातचीत पर जोर देते हुए कहा कि मैं सभी राजनीतिक दलों को मिलने के लिए बुलाऊंगा, लेकिन कश्मीर पर बातचीत मेरे अधिकार में नहीं है। अगर किसी को मेरे पास आने में कोई दिक्कत है तो मैं उसके पास मिलने जाऊंगा। प्रोटोकाल मेरे रास्ते में रुकावट नहीं बनेगा।

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राज्यपाल अभी नई दिल्ली में हैं। सोमवार को उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी और मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की।

नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में मलिक ने अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि का हवाला देते हुए कहा कि बेशक मैं राज्यपाल पद पर आसीन होने वाला राजनीतिज्ञ हूं, लेकिन मैं जम्मू कश्मीर में सियासत करने नहीं जा रहा हूं। मैं वहा आम लोगों तक पहुंच बनाने और उनकी बात सुनने व समझने जा रहा हूं। उनके हित में जो होगा, वही काम करूंगा।

जम्मू कश्मीर में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ संपर्क पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि मैं सभी से मिलूंगा, उनके साथ बैठूंगा, उनके साथ खाऊंगा, लेकिन राजनीतिक लोगों से कश्मीर मुद्दे पर बातचीत मेरे मैंडेट का हिस्सा नहीं है। हुर्रियत कांफ्रेंस के बारे में पूछने पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की और कहा कि आम लोगों के स्तर पर बातचीत ही सबसे ज्यादा अहम और मूल है। यही भविष्य में होने वाली किसी भी बातचीत चाहे वह उच्चस्तर पर राजनीतिक वार्ता ही क्यों न हो, की नींव तैयार करती है। लोगों की समस्याओं को हल करना ही हमारा मूल उद्देश्य है।

उन्होंने कहा कि मैं जम्मू कश्मीर में खुले दिमाग के साथ जा रहा हूं। हमें कश्मीर के सकारात्मक पहलुओं को भी ध्यान से देखना चाहिए। हाल ही में कश्मीर की फुटबाल टीम ने मोहन बागान को हराया है। श्री अमरनाथ की यात्रा एक सुरक्षित और शांत वातावरण में संपन्न हुई है। भ्रष्टाचार बड़ी समस्या :

राज्यपाल ने भ्रष्टाचार को जम्मू कश्मीर की एक बड़ी समस्या करार देते हुए बताया कि मैं देखूंगा कि प्रधानमंत्री द्वारा विकास कार्यों के लिए आवंटित निधि का प्रयोग कैसे हुआ है। राज्य विधानसभा इस समय निलंबित है और विधायकों की निधि भी फ्रीज है। मैने प्रधानमंत्री से निधि को खर्च करने पर लगी रोक को हटाने पर जोर दिया है, ताकि विधायक अपने अपने क्षेत्र के विकास के लिए संबंधित धनराशि खर्च कर सकें। पत्थरबाजी में कमी आई :

पत्थरबाजी पर राज्यपाल ने कहा कि इसमें बहुत कमी आई है। इसके बारे में ज्यादा कुछ कहने की स्थिति में अभी नहीं हूं, लेकिन हम मुद्दों को हल करने जा रहे हैं। बुधवार को मैं केंद्रीय वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा से भी मिलूंगा और उनसे भी उनके कश्मीर मिशन के बारे में फीडबैक लूंगा।


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