हेरोइन व हथियारों के जखीरे के साथ जैश के छह मददगार गिरफ्तार
-गुलाम कश्मीर से आता था निर्देश-नशीले पदार्थो की कमाई का पैसा अब और किसे पहुंचाना है -ओजीडब्ल्यू से पूछताछ जारी 1.55 लाख नकदी भी बरामद -------------------
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सुरक्षाबलों ने कश्मीर में आतंकवाद को नशे की आक्सीजन के एक और बड़े मामले का खुलासा किया है। सुरक्षाबलों ने सोमवार को चाडूरा, (बड़गाम) में जैश-ए-मोहम्मद के छह ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) को एक किलो हेरोइन और हथियारों के जखीरे समेत पकड़ लिया। नार्को-टेरेरिज्म से जुड़े इन लोगों के पास एक 1.55 लाख रुपये की नकदी भी बरामद हुई है। फिलहाल, इन सभी से पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नशीले पदार्थो से होने वाली आय का एक बड़ा हिस्सा वह वादी में सक्रिय जैश के कमांडरों को पहुंचाते थे। यह पैसा कब और किस जगह देना है, इसका निर्देश उन्हें गुलाम कश्मीर से ही आता था।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को पता चला था कि चाडूरा में जैश किसी बड़ी आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहा है। उन्हें हथियार व पैसा पहुंचाने के लिए उनके कुछ लोग एक जगह विशेष पर बैठक कर रहे हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सेना की 50 आरआर और सीआरपीएफ की 29वीं वाहिनी की डेल्टा कंपनी के जवानों के साथ मिलकर एक अभियान चलाया। रविवार आधी रात को शुरू हुआ यह अभियान सोमवार तड़के तक करीब चार घंटे चला और इस दौरान आतंकियों के लिए काम करने वाले छह लोगों को पकड़ा गया। इनकी पहचान मुदस्सिर फैयाज निवासी करालपोरा, शब्बीर गनई निवासी वाथूरा, सगीर अहमद पोस्वाल निवासी कुपवाड़ा, इसहाक बट निवासी शोपियां और अरशद ठोकर निवासी शोपियां के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों ने इनके कब्जे से चार कारतूस और एक मैगजीन समेत एक पिस्तौल, एक हथगोला, एक किलोग्राम हेरोइन के अलावा 1.55 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की है। एलओसी पार से आने वाले नशीले पदार्थ देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाते थे :
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए सभी छह लोग जैश के ओवरग्राउंड वर्कर हैं। यह कुपवाड़ा से लेकर वादी के विभिन्न हिस्सों में विशेषकर श्रीनगर और बड़गाम में आतंकियों के लिए ठिकानों और पैसे का बंदोबस्त करने के साथ उनके लिए मुखबिरी भी करते थे। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि वह एलओसी पार से आने वाले नशीले पदार्थो को कश्मीर से बाहर देश के अन्य हिस्सों में पहुंचाते थे। कुछ और गिरफ्तारियां की संभावना :
मामले की जांच में जुटे अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी से एक बार फिर स्पष्ट हो गई है कि कश्मीर घाटी में आतंकी संगठनों को नशीले पदार्थो के कारोबार की कमाई के जरिए वित्तीय मदद मिल रही है। उन्होंने बताया कि जैश के पकड़े गए छह ओवरग्राउंड वर्करों ने नार्को टेरेरिज्म से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी हैं। इनके आधार पर आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां की संभावना है।