श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम की पहली वर्षगांठ से ठीक पहले मंगलवार रात को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में भाजपा से जुड़े एक सरपंच पर हमला किया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। सरपंच को श्रीनगर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके अलावा आतंकियों ने पुलवामा में भी सुरक्षाबलों पर हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। दोनों ही जगह आतंकी वारदात के बाद भाग निकले। देर रात तक किसी भी आतंकी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली थी। 

जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम की पहली वर्षगांठ से पहले आतंकियों की नापाक हरकत

खुफिया एजेंसियों ने पहले ही एक अलर्ट जारी करते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों को सचेत किया था कि आतंकी चार-पांच अगस्त और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों व राजनीतिक लोगों पर हमले तेज कर सकते हैं। आतंकियों ने सुबह पहले उत्तरी कश्मीर में एक आइईडी धमाके के जरिए सैन्य काफिले को निशाना बनाने की साजिश रची थी। यह साजिश सेना के जवानों ने समय रहते नाकाम बना दी और आइईडी को सुरक्षित तरीके से नष्ट कर दिया। शाम को अंधेरा होने के बाद रात करीब पौने नौ बजे आतंकियों ने पुलवामा जिले के वनपोरा इलाके में राज्य पुलिस विशेष अभियान दल की एक नाका पार्टी पर ग्रेनेड से हमला किया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनकी पहचान हेड कांस्टेबल खुर्शीद अहमद और एसपीओ इश्फाक अहमद के रूप में हुई है। अन्य जवानों ने आतंकियों पर जवाबी फायर किया, लेकिन वे अंधेरे में भाग निकले। 

इस बीच, स्थानीय सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने नाका पार्टी पर फायरिंग की थी। पुलवामा में पुलिस दल पर हमले के लगभग आधे घंटे बाद आतंकियों ने जिला कुलगाम के आखरन नौपुरा में भाजपा के स्थानीय नेता और संरपच आरिफ अहमद को उनके घर से कुछ ही दूरी पर प्वायंट ब्लैंक रेंज से गोलियां मारीं। इसके बाद आतंकी फरार हो गए। आतंकियों के जाने के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित करते हुए आरिफ को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें श्रीनगर रेफर कर दिया गया। आरिफ की गर्दन के पिछले हिस्से और सीने में गोली लगी है। 

कश्मीर में एक माह में चार भाजपा नेताओं की हत्या

 बीते एक माह के दौरान कश्मीर में भाजपा के चार नेताओं की आतंकी हमले में मौत हो चुकी है। इससे पूर्व आतंकियों ने आठ जुलाई को बांडीपोरा में भाजपा नेता वसीम बारी की उनके पिता और भाई संग गोली मारकर हत्या कर दी थी। वसीम बारी का भाई और पिता भी भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता थे। 

 

Edited By: Arun Kumar Singh