2020 में राज्य में बिजली संकट होगा दूर : शर्मा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2020 तक र
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने शनिवार को कहा कि वर्ष 2020 तक राज्य में बिजली संकट पर काफी हद तक काबू पा लिया जाएगा। इस संकट से पार पाने के लिए राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में अवसंरचना के अद्यतीकरण की प्रक्रिया चल रही है।
एक उच्चस्तरीय बैठक में केके शर्मा ने बिजली विभाग की समग्र गतिविधियों का जायजा लिया। उन्होंने अवसंरचना विकास की सभी परियाजनाओं को तय समयावधि में पूरा करने को कहा, ताकि लोगों को जल्द फायदा मिले। उन्होंने कहा कश्मीर में निíवघ्न बिजली आपूíत विशेषकर सर्दियों में लोगों की प्रमुख ¨चता है। जब मैं सलाहकार नियुक्त हुआ तो राज्यपाल ने मुझे राज्य में बिजली संकट को प्राथमिकता के आधार पर निपटने को कहा। तब से मैं बिजली विभाग के अधिकारियों बिजली योजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि सौर व अन्य नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन व प्रयोग की सभी संभावनाओं पर काम करें, ऊर्जा संकट पर काबू पाया जा सके। सलाहकार ने कहा कि अल्सटेंग ग्रिड स्टेशन परियोजना पूरी होने वाली है जो वादी में बिजली व्यवस्था के सुधार में सहायक होगी। इस ग्रिड स्टेशन पर 109 करोड़ में से 81 करोड़ खर्च किया जा चुका है। समय पर बदले क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मर
सलाहकार केके शर्मा ने ट्रांस्फार्मरों के मामले में मिली शिकायतों का जिक्र करते हुए संबंधित अधिकारियों को क्षतिग्रस्त और पुराने ट्रांसफार्मरों को बदलने को कहा। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा इलाका न हो जहां लोग एक सप्ताह तक बिना बिजली रहें। उन्होंने बिजली चोरी रोकने और लोगों को बिजली के सदुपयोग करने को प्रेरित करने के लिए टीवी, रेडियो सहित प्रचार के विभिन्न साधनों का इस्तेमाल करने को भी कहा। 11563 की जगह 9109 कर्मी कर रहे हैं काम
बैठक में पीडीडी के चीफ इंजीनियर हश्मत काजी ने सलाहकार को बताया कि बिजली वितरण ढांचे के लिए मंजूर 11563 कर्मियों की जगह विभिन्न कैडर के 9109 कर्मचारी और अधिकारी ही काम कर रहे हैं। घाटी में 33केवी से कम की ऊर्जा व्यवस्था की देखभाल व अन्य गतिविधियों का जिम्मा इलैक्ट्रिक मेंटनेंस एंड रूरल इलैक्ट्रिफिकेशन ¨वग (ईएमआरई) कश्मीर संभाल रहा है। ईएमआरई ¨वग 9.65 लाख उपभोक्ताओं को सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसके अलावा मच्छल, गुरेज जैसे इलाकों में डीजी सेटके जरिए भी लोगों को बिजली प्रदान की जा रही है। 9,65,239 उपभोक्ताओं में से 3,99,693 उपभोक्ता मीटर वर्ग में हैं। अलबत्ता, गर्मियों में कश्मीर में 24 घंटे बिजली आपूíत की जाती है। इस साल नवंबर माह के दौरान वादी में बीते 10 वर्षो में पहली बार भारी हिमपात हुआ है, जिससे बिजली खपत बढ़ी, जिससे कई इलाकों में बिजली आपूíत की समयावधि प्रभावित हुई।