पेड़ों मे उलझी तार, घरों तक कैसे पहुंचेगी बिजली
संवाद सहयोगी पौनी एक तरफ तो देश डिजिटल इंडिया बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है व
जुगल मंगोत्रा पौनी
एक तरफ तो देश डिजिटल इंडिया बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है वहीं कुछ इलाके ऐसे भी हैं जो बिजली के लिए तरस रहे हैं। आजादी के सात दशक के बाद भी अब तक पूरी तरह से बिजली की सप्लाई नहीं पहुंची है। हम बात कर रहे हैं रियासी जिले के तहसील पौनी में पड़ती पंचायत गजोड़ के साठ घरों की जहां बिजली नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। लोगों ने बिजली घरों तक पहुंचाने के लिए अपने स्तर पर तार खरीद कर घरों तक सप्लाई पहुंचाई है, लेकिन बिजली के तार लगाने के लिए पोल नहीं होने पर लकड़ी के पोल लगाए हुए हैं। बारिश के दौरान अगर इन लकड़ी के पोल में करंट आ जाए तो कोई भी इसकी चपेट में आकर अपनी जान गवा सकता है। बिजली विभाग को गांव में पोल, तार और बिजली का उच्च क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन लोगों को समस्या से अब तक निजात नहीं मिली है।
गजोड़ गांव की सरपंच लक¨वद्र कौर, पूर्व सरपंच मुहम्मद अनवर, पंच बशारत अली, अब्दुल लतीफ, रोमेश चंद्र आदि का कहना है गांव में साठ घर हैं ऐसे में बिजली सप्लाई नहीं होने से परेशानी आ रही है। अगर विभाग की तरफ से गांव में पोल और बिजली के पोल देने के बाद 63 केवी का ट्रांसफार्मर लगाया जाता है तो ग्रामीणों की चली आ रही बिजली की लो वोल्टेज और बिजली से जुड़ी अन्य समस्या दूर हो जाएगी।
लाइट न होने से पढ़ाई हो रही प्रभावित
ग्रामीणों ने कहा कि मौजूदा समय में बच्चों की बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। बिजली नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई न होने पर उनके परीक्षा परिणाम पर असर पड़ सकता है। लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों से गजोड़ पंचायत में बिजली की समस्या को दूर करने कि मांग की है। गजोड़ गांव में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए जल्द ठोस कदम उठाए जाएंगे इसके लिए जेई को बोलकर जिन घरों में बिजली सप्लाई पहुंचाने के लिए पोल और उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर की जरूरत है वहां जल्द सर्वे कराए जाएंगे।
विनोद कुमार बलोच, एक्सईएन पीडीडी रियासी