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आतंकरोधी अभियान में एसओपी का अनुपालन हो

राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हिंसा में सात लोगों की मौत पर दुख जताते हुए

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 03:05 AM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 03:05 AM (IST)
आतंकरोधी अभियान में  एसओपी का अनुपालन हो
आतंकरोधी अभियान में एसओपी का अनुपालन हो

राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हिंसा में सात लोगों की मौत पर दुख जताते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किसी भी आतंकरोधी अभियान में स्टैंडर्ड ऑपेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) का अनुपालन यकीनी बनाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने सभी संरक्षित व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को चाक चौबंद रखने को कहा। यह आदेश ऊधमपुर स्थित सेना की उत्तरी कमान मुख्यालय में हुई एकीकृत मुख्यालय की बैठक में राज्य के समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करते हुए दिए। वर्ष 2000 के बाद यह पहला अवसर है जब राज्य में स्थित एकीकृत मुख्यालय की बैठक उत्तरी कमान में हुई हो।

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गौरतलब है कि पुलवामा में गत शनिवार को मुठभेड़ में तीन आतंकियों की मौत के बाद भड़की हिंसा में सात नागरिक मारे गए थे। बैठक में सेना, अर्धसैनिकबलों, खुफिया एजेंसियों, राज्य पुलिस और नागरिक प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। राज्यपाल ने आतंकवाद व घुसपैठरोधी अभियानों व तंत्र की संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नागरिकों के जान-माल की क्षति से बचने के लिए हर संभव तरीका अपनाया जाना चाहिए। आतंकरोधी अभियानों और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए जो स्टैंडर्ड ऑपेटिंग प्रोसिजर तय है, उसे हर हाल में लागू किया जाए। राज्यपाल ने राज्य पुलिस और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों, नागरिक प्रशासन और खुफिया एजेंसिसयों में तालमेल और संवाद की अहमियत पर जोर दिया। किसी भी मुश्किल स्थिति से निपटते हुए आम लोगों की जनक्षति से बचने में सभी संबंधित सुरक्षा एजेसियों में समन्वय कारगर साबित होता है। यही समन्वय हालात सामान्य बनाए रखने से लेकर आतंकियों को सफलतापूर्वक लोगों से अलग थलग कर उन्हें मिटाने में सहायक साबित होता है। उन्होंने राज्य में विभिन्न राजनीतिक नेताओं और संरक्षित व्यक्तियों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर संबधित अधिकािरयों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि सभी संरक्षित व्यक्तियों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को चाक चौबंद रखते हुए उसमें लगातार सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्य में हाल ही में संपन्न हुई शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित व शात वातावरण में कराने के लिए सुरक्षाबलों की भूमिका को भी सराहा। बैठक में राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार, उत्तरी सेना कमाडर लै. जनरल रणबीर सिंह, मुख्य सचिव बी.वी. आर सुब्रहमण्यम, डीजीपी दिलबाग सिंह, जीओसी 15 कोर लै. जनरल एके भट्ट, जीओसी 16 कोर लै. जनरल परमजीत सिंह, जीओसी 9 कोर लै. जनरल वाई वीके. मोहन, राज्यपाल के प्रमुख सचिव उमंग नरूला, प्रमुख सचिव गृह आर.के. गोयल, एडीजीपी सीआइडी बी.श्रीनिवास, एडीजीपी सुरक्षा तथा कानून एवं व्यवस्था मुनीर खान, आईजी सीआरपीएफ एवी. चौहान, आईजी बीएसएफ कश्मीर अभिनव कुमार, मंडलायुक्त जम्मू संजीव वर्मा तथा आइजीपी जम्मू एसडीएस जम्वाल बैठक में उपस्थित थे।


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