Jammu Fire: रामबन के हम्मर ढोक में लगी आग, तीन लोगों की मौत; दो अस्पताल में मौत से लड़ रहे जंग
Jammu Fire जम्मू में रामबन जिले के हम्मर ढोक में बुधवार को अचानक लगी आग की चपेट में आने से मां व उसकी दो बेटियां की मौत हो गई जबकि मृतक महिला का पति और उसकी एक रिशेतदार महिला गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। मृतकों की पहचान नजमा बेगम और उसकी दो बेटियां दो वर्षीय इकरा बानो और छह वर्षीय आसमा बानो के रूप में हुई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। रामबन जिले के हम्मर ढोक में बुधवार को अचानक लगी आग की चपेट में आने से मां व उसकी दो बेटियां की मौत हो गई, जबकि मृतक महिला का पति और उसकी एक रिशेतदार महिला गंभीर रूप से घायल हो गई हैं।
मौके पर मौजूद लोगों ने आग में झुलसे दोनों लोगों को उपजिला अस्पताल उखराल में भर्ती कराया। जहां पर उनका उपचार चल रहा है। वहीं आग की चपेट में आने से दो अन्य परिवारों को भी बेघर होने की सूचना है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आग लगने के कारणों का पता लागने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है।
हादसे में तीन की मौत
मृतकों की पहचान नजमा बेगम और उसकी दो बेटियां दो वर्षीय इकरा बानो और छह वर्षीय आसमा बानो के रूप में हुई है। एसपी रामबन मोहिता शर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तीन लोगों की मौत हुई है। दो अन्य जख्मी हैं। सभी घायलों केा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस दल मौके पर पहुंच चुका है।
शाम में झोपड़ी में लगी थी आग
एसडीआरएफ की एक टीम भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है। जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम करीब आठ बजे हम्मर ढोक में स्थित एक झोंपड़ी (कोठा) में अचानक आग लग गई।
मौके पर मौजूद लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और पास में स्थित चार अन्य झोपड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। झोपड़ियों में मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागे। झोपड़ियों से आग की उठती लपटें को देखकर आसपास के इलाकों के लोग भी मौके पर पहुंच गए।
उसके बाद सभी ने मिलकर आग को बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन झोंपडियों के निर्माण में मिट्टी के अलावा लकड़ी और सूखी घास का इस्तेमाल हुआ था।
इसके अलावा इनमें रहने वालों ने प्लास्टिक और थर्माकाल की शीट भी रखी हुई थी। उन्होंने बताया कि आग खाना बनाते समय किसी गैस सिलेंडर या स्टोव के फटने से लगी होगी। पीड़ित परिवार खानाबदोश गुज्जर समुदाय से संबंधित बताया जा रहा है। रामबन जिला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है।
आग लगने के कारणों की जांच जार
हम्मर ढोर पंचायत बिंगारा में आती है। खानाबदोश गुज्जर समुदाय गर्मियों में अपने माल मवेशी के साथ ढोकों पर ही रहते हैं। ढोक को कई इलाकों में बहक तो कई जगह चरागाह भी कहते हैं। संबंधित थाना प्रभारी सरुप सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
जांच पूरी होने के बाद ही आग के कारणों के बारे में पक्के तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। इस बीच जिला प्रशासन रामबन ने आग से प्रभावित परिवारों को एसडीआरएफ और रेडक्रास निधि से तत्काल मदद का एलान किया है।