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जम्मू कश्मीर में अध्यापको की क्षमता विकास के लिए इंपैक्ट

उपराज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अध्यापकों की क्षमता विकास के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ताकि बदलते परिवेश के मुताबिक गुणवत्ता वाली शिक्षा और आधुनिक तौर तरीकों के इस्तेमाल से अध्यापन और शिक्षा प्रक्रिया को छात्रों को लिए पूरी तरह समावेशी बनाया जा सके।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 01:43 AM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 05:14 AM (IST)
जम्मू कश्मीर में अध्यापको की क्षमता विकास के लिए इंपैक्ट

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उपराज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अध्यापकों की क्षमता विकास के लिए विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि बदलते परिवेश के मुताबिक गुणवत्ता वाली शिक्षा और आधुनिक तौर तरीकों के इस्तेमाल से अध्यापन और शिक्षा प्रक्रिया को छात्रों को लिए पूरी तरह समावेशी बनाया जा सके।

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सलाहकार केके शर्मा मंगलवार को

श्रीनगर में अध्यापकों के लिए इंपैक्ट ( इंटेग्रेटिड मल्टीडिसीप्लिनरी प्रोफेशनल एंडवासमेंट कोर्स)कार्यक्रम की मौजूदा स्थिति की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रेड-2 व 3 के अध्यापकों के प्रशिक्षण और अध्यापन कौशल विकास के लिए एनसीईआरटी ने विशेष तौर पर तैयार किया है।

बैठक में स्कूल शिक्षा प्रधान सचिव डॉ. असगर सेमून,एनसीईआरटी की अध्यक्ष वीना पंडिता, शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल के पूर्व चेयरमैन सीबी शर्मा, निदेशक समग्र शिक्षा जम्मू कश्मीर अरुण मन्हास, संयुक्त शिक्षा निदेशक कश्मीर आबिद अहमद आर सहित सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों ने वर्चुअल मोड के जरिए हिस्सा लिया।

सलाहकार केके शर्मा ने सभी अधिकारियों को सभी अध्यापकों के लिए एक वार्षिक कैलेंडर तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा कर अध्यापक वर्ग को अध्यापन विधा के क्षेत्र में आ रहे नए बदलावों से उन्हें अवगत करा सकते हैं। इंपैक्ट से न सिर्फ अध्यापकों की क्षमता का विकास होगा बल्कि वह छात्रों की अध्यापन संबंधी अलग अलग आवश्यकताओं को पूरा करने में भी समर्थ होंगे।

उल्लेखनीय है कि एक माह का इंपैक्ट कार्यक्रम तीन चरणों में चलेगा। पहला चरण पांच दिन फेस -टू-फेस प्रक्रिया है। इसके बाद 21 दिवसीय क्षेत्रीय कार्य है और तीन दिन प्रभाव व आकलन की प्रक्रिया का अंतिम चरण है। वहीं अधिकारियां ने बताया कि फिलहाल प्रदेश के छह जिलों श्रीनगर, गांदरबल, सांबा, डोडा, पुलवामा और रियासी में इंपैक्ट कार्यक्रम का पहला चरण फेस टू फेस पूरा हो चुका है। अभी तक प्रदेश के 95 जोन के 19498 अध्यापक ऑनलाइन पहला चरण पूरा कर चुके हैं। इसके अलाव 21 दिवसीय क्षेत्रीय कार्य और तीसरे चरण के तहत आकलन की प्रक्रिया 14 अन्य जिलों मं चल रही है। ऑनलाइन फेस टू फेस प्रशिक्षण सभी जिलों में 27 अक्टूबर को जबकि 21 दिवसीय क्षेत्रीय कार्य का चरण 26 नवंबर 2020 को पूरा होगा।


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