डॉक्टर को हवालात में बंद कर मारपीट
ग्रीष्मकालीन राजधानी में पुलिस ने प्रतिष्ठित कार्डियोलॉजिस्ट को अस्पताल जाते समय पकड़ कर पूरा दिन हवालात में बंद रखा। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी हुई। वादी में इस घटना को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों में तीव्र रोष है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी में पुलिस ने प्रतिष्ठित कार्डियोलॉजिस्ट को अस्पताल जाते समय पकड़ कर पूरा दिन हवालात में बंद रखा। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी हुई। वादी में इस घटना को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों में तीव्र रोष है। पुलिस प्रशासन ने एसपी रैंक के एक अधिकारी को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है।
शनिवार को हुई इस घटना की जानकारी देते हुए कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सईद मकबूल ने कहा कि एसएमएचएस अस्पताल में एक गंभीर रोगी को तत्काल उपचार की जरूरत थी। मुझे अस्पताल से फोन आया और मैं बिना नाश्ता किए घर से निकला। हवल चौक में पुलिसकर्मियों ने मुझे रोक लिया। मैंने अपना पहचानपत्र भी दिखाया, लेकिन मेरी बात सुनने के बजाय उन्होंने गालियां देनी शुरू कर दी। मैंने मना किया तो उसने लाठी से मुझ पर प्रहार कर दिया। मैंने कार से बाहर निकल कर उसके वरिष्ठ अधिकारी से बात करनी चाही, लेकिन पुलिसकर्मियों ने मेरी एक न सुनी और मुझे मेरी कार के साथ जडीबल पुलिस स्टेशन ले गए।
पुलिस स्टेशन में थाना प्रभारी ने सबसे पहले मेरा फोन छीना और हवालात में बंद कर दिया। थाना प्रभारी ने कहा कि मैं सिर्फ अपने वरिष्ठजनों को किसी वैकल्पिक डॉक्टर के बंदोबस्त के लिए बता सकता हूं। अगर मैंने बताया कि मैं जडीबल थाने में हूं तो वह मेरे खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ ही मुझे नंगा कर पीटेगा। शाम होने पर ही पुलिस ने मुझे एक बांड पर हस्ताक्षर करने के बाद रिहा किया।
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल श्रीनगर की प्रिसिपल डॉ. सामिया रशीद ने कहा कि पुलिस का बर्ताव अत्यंत निदनीय है। हमने इस मामले को प्रशासन के संज्ञान में लाया है। एसएसपी श्रीनगर हसीब मुगल ने कहा कि डॉक्टर ने एक पुलिसकर्मी को उसका काम करने से रोका है। डॉक्टर को मारपीट के बारे में शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी, लेकिन उसने सोशल मीडिया का सहारा लिया और इसे राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया है। इस तरह उन्होंने सेवा नियमों का ही उल्लंघन किया है। हमने इस मामले की जांच का जिम्मा एसपी हजरतबल को सौंपा है।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि डॉक्टर के साथ पुलिसकर्मियों की मारपीट के मामले का संज्ञान लिया गया है। हम इस पूरे मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कर रहे हैं।