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रक्षा मंत्री ने सियाचिन में मनाई विजयदशमी

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि यदि चीन कोई दुस्साहस करता है तो उसका जवाब दें।

By Sachin MishraEdited By: Published: Sun, 01 Oct 2017 10:20 AM (IST)Updated: Sun, 01 Oct 2017 10:20 AM (IST)
रक्षा मंत्री ने सियाचिन में मनाई विजयदशमी
रक्षा मंत्री ने सियाचिन में मनाई विजयदशमी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में जवानों के साथ विजयदशमी मनाई। उन्होंने अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए सैन्य तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही, लेह को काराकोरम से जोड़ने वाले रास्ते पर श्योक दरिया पर बने पहले पुल को भी जनता को समर्पित किया।

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रक्षा मंत्री ने लद्दाख के अग्रिम इलाकों में चीन द्वारा अक्सर वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करने से पैदा होने वाले हालात पर भी सैन्य अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि चीन कोई दुस्साहस करता है तो उसका जवाब दें। रक्षा मंत्री शुक्रवार को राज्य के दो दिवसीय दौरे पर श्रीनगर पहुंची थीं। रक्षा मंत्री बनने के बाद यह उनका पहला राज्य दौरा है।

शुक्रवार को उन्होंने उत्तरी कश्मीर में अग्रिम इलाकों का दौरा करने और सैन्य कमांडरों के साथ युद्धक तैयारियों का जायजा लेने के अलावा राज्यपाल व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी भेंट की थी।शनिवार सुबह रक्षा मंत्री वायुसेना के विशेष विमान में सियाचिन के आधार शिविर थोईस पहुंचीं, जहां लद्दाख में सरहदों की हिफाजत में जुटी सेना की फायर एंड फयूरी कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एसके उपाध्याय ने उनका स्वागत किया। रक्षा मंत्री के साथ जनरल बिपिन रावत और उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अनबू भी थे।

सीतारमण ने फायर एंड फयूरी कोर के वरिष्ठ कमांडरों के साथ चीन के साथ सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के मौजूदा हालात पर चर्चा की। निर्मला सीतारमण ने सियाचिन में तैनात सैन्यकर्मियों के एक दरबार को संबोधित करते हुए विजयदशमी की मुबारक दी। उन्होंने वायुसेना के अधिकारियों के साथ भी बैठक की और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा दुरबुक और दौलत बेग ओल्डी के बीच बहने वाले श्योक दरिया पर निर्मित पुल श्योक सेतु का उद्घाटन किया।

यह इलाका लेह को काराकोरम से जोड़ता है और यह पुल सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। बीआरओ की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अत्यंत कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में जहां सांस लेना भी मुश्किल है, पुलों व सड़कों का निर्माण किसी भी तरह से चमत्कार से कम नहीं है।

जवानों और उनके परिजनों की मुश्किलों को समझते हैं हम :

रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार सेना के अधिकारियों व जवानों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू कर रही है। सेना के हथियारों व अन्य साजो सामान को भी अत्याधुनिक बनाया जा रहा है। सीतारमण पे जवानों से कहा कि मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि हर पल और हर परिस्थिति में सरकार आपके साथ खड़ी है।

हम सिर्फ आपकी ही नहीं आपके परिजनों की मुश्किल भी समझते हैं और उन्हें हल करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2014 में सियाचिन में जवानों संग दिवाली मनाए जाने का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार उन परिस्थितियों को अच्छी तरह समझना चाहती है जिनमें जवान रहते हैं।

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