Jammu Kashmir PDP: महबूबा मुफ्ती पढ़ाती रहीं एकजुटता का पाठ, बांडीपोरा के डीडीसी सदस्य ने छोड़ा साथ
पीडीपी के सभी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर जनहित के मुद्दे उठाने चाहिए। लोगों को यकीन दिलाना चाहिए कि पीडीपी कश्मीरियों के मान सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। पीडीपी अंतिम सास तक जम्मू कश्मीर क विशेष दर्ज के लिए लड़ती रहेगी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अपनी पार्टी के कुनबे को साधने में असहाय होती नजर आ रही हैं। मंगलवार को श्रीनगर में जब वह अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने की सलाह दे रही थी, उसी समय उत्तरी कश्मीर के बाडीपोरा में उनकी पार्टी की एक जिला विकास परिषद (डीडीसी) सदस्य ने उनका साथ छोड़ने का एलान कर दिया।
बाडीपोरा डीडीसी के पीडीपी सदस्य अब्दुल गनी वानी ने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया है। वानी ने बनकूट डीडीसी निर्वाचन क्षेत्र से पीडीपी के टिकट पर चुनाव जीता है। उन्होंने पीडीपी अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजते हुए कहा कि मैंने पाटी के सभी ओहदों को छोड़ने का फैसला किया है। मौजूदा हालात में पार्टी में जनहित की नीतियों पर कुछ खास लोगों का एजेंडा हावी हो चुका है। इसलिए संगठन से अलग होना ही बेहतर है।
मेरे लिए यह फैसला लेना कोई आसान नहीं था, लेकिन मेरे समर्थक और साथी चाहते थे कि मुझे संगठन से अलग होना चाहिए। जब अब्दुल गनी वानी अपने इस्तीफे का एलान कर रहे थे, उस समय श्रीनगर में महबूबा ने अमीराकदल व सोनवार क्षेत्रीय समितियों के पदाधिकारियों को एक बैठक के लिए बुलाया था। उन्होंने बैठक में पार्टी नेताओं व कायकर्ताओं को आपस में एकजुटता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आम कश्मीरी केंद्र सरकार की नीतियों से पूरी तरह तंग आ चुका है।
पीडीपी के सभी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर जनहित के मुद्दे उठाने चाहिए। लोगों को यकीन दिलाना चाहिए कि पीडीपी कश्मीरियों के मान सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। पीडीपी अंतिम सास तक जम्मू कश्मीर क विशेष दर्ज के लिए लड़ती रहेगी।