शंकराचार्य मंदिर में पवित्र छड़ी मुबारक की पूजा अर्चना
राज्य ब्यूरो श्रीनगर श्रावण अमावस्या के पावन पर्व पर वीरवार की सुबह डल झील किनारे गोपाद
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : श्रावण अमावस्या के पावन पर्व पर वीरवार की सुबह डल झील किनारे गोपाद्री पर्वत पर शंकराचार्य मंदिर में बाबा अमरनाथ की पवित्र छड़ी मुबारक के आगमन से पूरा वातावरण शिवमय हो उठा।
दशनामी अखाड़ा के महंत और बाबा अमरनाथ की पवित्र छड़ी मुबारक के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरी के नेतृत्व में जब छड़ी मुबारक शंकराचार्य मंदिर में पहुंची तो श्रद्धालुओं ने हर-हर महादेव के जयघोष से उसका स्वागत किया। छड़ी मुबारक 10 अगस्त को दशनामी अखाड़ा से पवित्र गुफा के लिए प्रस्थान करेगी। महंत दीपेंद्र गिरी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पवित्र छड़ी मुबारक संग भगवान शिव की पूजा अर्चना की। शिवलिग का जलाभिषेक किया और धाíमक अनुष्ठान के बाद छड़ी मुबारक को लेकर दशनामी अखाड़ा लौट आए। महंत दीपेंद्र गिरी ने बताया कि भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा के लिए रवाना होने से पूर्व पवित्र छड़ी मुबारक को श्रावण अमावस्या (जिसे हरियाली अमवास्या भी कहते हैं) पर शंकराचार्य मंदिर में ले जाने की परंपरा पौराणिक काल से चली आ रही है। हमने यहां भगवान शिव की पूजा अर्चना कर कश्मीर समेत पूरे देश में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है। आज हारि पर्वत पर मां शारिका भवानी मंदिर में होगी पूजा अर्चना
महंत दीपेंद्र गिरी ने बताया कि अब शुक्रवार को पवित्र छड़ी मुबारक हारि पर्वत पर स्थित मां शारिका भवानी के मंदिर में पूजा अर्चना के लिए जाएगी। तीन अगस्त को दशनामी अखाड़ा स्थित अमरेश्वर मंदिर में छड़ी स्थापना का अनुष्ठान होगा। इसके बाद पांच अगस्त को नाग पंचमी के दिन छड़ी पूजन होगा। छड़ी मुबारक पवित्र गुफा के लिए 10 को दशनामी अखाड़ा से यात्रा शुरू करेगी
छड़ी मुबारक बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए 10 अगस्त की सुबह दशनामी अखाड़ा से अपनी यात्रा शुरू करेगी और उसी शाम पहलगाम पहुंचेगी। दो रात्रि विश्राम पहलगाम में होगा और 12 अगस्त को चंदनबाड़ी में पवित्र छड़ी मुबारक पहुंचेगी। शेषनाग में 13 अगस्त और पंचतरणी में 14 अगस्त को छड़ी मुबारक पहुंचेगी। 15 अगस्त की सुबह छड़ी मुबारक पवित्र गुफा में प्रवेश करेगी और उसी दिन तीर्थयात्रा का मुख्य दर्शन होगा। गौरतलब है कि खराब मौसम के कारण बाबा अमरनाथ यात्रा को चार अगस्त तक स्थगित कर दी गई है।