Avalanche in Kashmir: कश्मीर में हिमस्खलन से भारी तबाही, सेना के 4, बीएसएफ के एक जवान सहित 11 की मौत
वहीं गुलाम कश्मीर में स्थित नीलम घाटी में भी हिमस्खलन की चपेट में आकर कई मकान ध्वस्त हो गए। बर्फ में दबने से 65 लोगों की मौत जबकि 21 के करीब लोग घायल हो गए।
श्रीनगर, जेएनएन। पिछले 24 घंटों के दौरान कश्मीर के विभिन्न इलाकों में हुए हिमस्खलन में पांच जवान शहीद जबकि छह नागरिकों की मौत हो गई है। शहीद होने वालों में चार सेना के जवान, एक बीएसएफ का जवान शामिल है। अभी भी तीन सैनिक लापता बताए जा रहे हैं। उनकी तलाश के लिए बचाव अभियान जारी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत सोमवार देर शाम जिला कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा से सटे मच्छल सेक्टर में सीमा की सुरक्षा में तैनात पांच जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए। एसपी कुपवाड़ा श्रीराम अंबरकर ने बताया कि सूचना मिलते ही बचाव दल वहां पहुंच गया था। पांचों जवानों को कड़ी मशक्कत के बाद बर्फ से निकाल लिया गया परंतु उनमें से चार ने दम तोड़ दिया जबकि पांचवें को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जबकि शहीद जवानों के पार्थिव कुपवाड़ा सैन्य शिविर पहुंचा दिए गए हैं।
वहीं एलओसी के साथ सटे नौगाम सेक्टर में हुए हिमस्खलन में ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ के सात जवान उसमें फंस गए। बचाव दल ने छह जवानों को तो बचा लिया परंतु बीएसएफ का जवान इस दौरान शहीद हो गया। शहीद की पहचान बीएसएफ कांस्टेबल गंगाबारा निवासी मुजनी टी-इस्टेट जलपाइगुड़ी पश्चिम बंगाल के तौर पर हुइ है। शहीद का पार्थिव शरीर बर्फ से निकाल लिया गया है।
इसके अलावा गांदरबल में भी दो अलग-अलग जगह हुए हिमस्खलन में 16 लोगों को बचा लिया गया है जबकि यहां पांच लोगों की मौत हो गइ है। एसएसपी गांदरबल केएम पोसवाल ने बताया कि पहला हिमस्खलन कुल्लर से नजदीक राइसन इलाके में हुआ। समय रहते बचाव दल के यहां पहुंचने से 12 लोगों की जाने बचा ली गइ। दूसरा हिमस्खलन कुल्लन के ही खास इलाके में हुआ। यहां सोमवार रात को बर्फ का पहाड़ खिसक जाने से नौ लोग उसकी चपेट में आ गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे सेना के जवानों ने बर्फ में दबे लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया। चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया परंतु पांच लोगों की बर्फ में दबने से मौत हो गई। सभी शवों को बरामद कर लिया गया है। यही नहीं बांडीपोरा के गुरेज इलाके के पुराना तुलेल में हुए हिमस्खलन में भी एक नागरिक की मौत जबकि तीन लोग घायल हो गए। दरअसल से ये लोग अपने घर में थे जब हिमस्खलन के दौरान इनका घर बर्फ में ढह गया आैर ये लोग मलवे में दब गए। घायलों का इलाज उपजिला अस्पताल में चल रहा है।
इसके अलावा कश्मीर के रामपुर और गुरैज सेक्टर में भी हिमस्खलन के कारण सेना की पोस्टों को नुकसान पहुंचा है। यही नहीं हिमस्खलन में करीब तीन जवान लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि अधिकारिक तौर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की गइ है। परंतु सेना ने वायु सेना की मदद से हिमस्खलन प्रभावित इलाकों में अपनी टीमें भेज रखी हैं। लापता जवानों व लोगों की तलाश की जा रही है। इससे पहले सोमवार सुबह उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में हिमस्खलन की चपेट में आने से सेना का एक जवान लापता हो गया। लापता जवान की पहचान हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी के तौर पर हुई। उसकी तलाश के लिए बचाव अभियान चलाया हुआ है।
वहीं गुलाम कश्मीर में स्थित नीलम घाटी में भी हिमस्खलन की चपेट में आकर कई मकान ध्वस्त हो गए। बर्फ में दबने से 65 लोगों की मौत जबकि 21 के करीब लोग घायल हो गए। मरने वालों में बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं।