जम्मू कश्मीर के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं : सिन्हा
राज्य ब्यूरो श्रीनगर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं में प्रतिभ
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। स्थानीय युवाओं की प्रतिभा का पता लगाकर उसे और निखारने के लिए समुचित सुविधाएं व प्रशिक्षण दिया जाएगा। हमें पूरा यकीन है कि जम्मू कश्मीर के नौजवान किसी भी मंच पर अपनी प्रतिभा और क्षमता को साबित कर सकते हैं। सिन्हा ने यह बात हीरानगर में अरुण जेटली की याद में बनाए जाने वाले स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का ई-नींव पत्थर रखने के बाद कही। वीडियो काफ्रेंस के जरिए हीरानगर में जमा लोगों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने दिवंगत अरुण जेटली को भी याद किया। सिर्फ मैं ही नहीं, कई केंद्रीय मंत्री जेटली की खोज : डॉ. जितेंद्र
पीएमओ में राज्यमंत्री और कठुआ-ऊधमपुर-डोडा के सासद डॉ. जितेंद्र सिंह ने दिवंगत अरुण जेटली को याद करते हुए कि वह बहुत ही सहृदय और स्पष्टवादी थे। सिर्फ मैं ही नहीं, मौजूदा केंद्रीय मंत्री परिषद में दो- चार नाम और ऐसे हैं जो स्व. जेटली की खोज हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि करीब दस साल पहले भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक बैठक महाराष्ट्र में थी। दोपहर को भोजन के समय एक वरिष्ठ नेता ने मुझे बुलाया और पूछा कि क्या तुम्हारा ही नाम जितेंद्र सिंह है। मैं हैरान हो गया। उस वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुझे अरुण कह रहे थे कि आप जितेंद्र सिंह से मिले हैं, वह एक एसेट है। अगर अरुण ने तुम्हे एसेट कहा है, तो इसके बहुत मायने हैं। स्टेडियम अरुण जेटली के प्रयासों का नतीजा :
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हीरानगर में यह मेगा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स स्व. अरुण जेटली को एक श्रद्धाजलि है। स्थानीय लोगों की बरसों से यहा स्टेडियम निर्माण की माग थी। इसे पूरा कराने में उन्होंने पूरा सहयोग किया। जम्मू कश्मीर में खेलों के विकास के लिए हर मदद होगी : रिजिजु
केंद्रीय युवा सेवा एवं खेल मंत्री किरण रिजिजु ने हीरानगर में अरुण जेटली मेमोरियल स्पोर्ट्स काप्लेक्स का नींव पत्थर रखे जाने पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कशमीर में खेलों और खिलाडि़यों के विकास के लिए पूरी तरह प्रयासरत है। जम्मू कश्मीर में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू कर रखे हैं। अरुण जेटली मेमोरियल स्पोर्ट्स काप्लेक्स भी इसी दिशा में एक कदम है।