आतंकी न बनें कश्मीर के युवा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सेना की 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट ने शनिवार को
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सेना की 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट ने शनिवार को स्थानीय आतंकियों के आत्मसमर्पण के लिए हर अवसर को यकीनी बनाने का यकीन दिलाया। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि स्थानीय लड़के आतंकी न बनें। गुलमर्ग के पास महान सूफी संत बाबा रेशी की जियारतगाह पर स्थानीय संस्था सिलेक्शन फाउंडेशन द्वारा आयोजित युवा कल्याण के कार्यक्रम में कोर कमांडर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत से बचते हुए कहा कि यह बाबा रेशी की पावन जमीन है। यहां मैं आतंकवादियों के बारे में कोई बात नहीं करना चाहता। यहां कश्मीरियत और सूफीवाद जोकि कश्मीर की पहचान है, की बात होनी चाहिए। कार्यक्रम में आकर मुझे बहुत खुशी हुई है। मैं कश्मीर के नौजवानों को यहां से संदेश देना चाहता हूं कि अगर आप मुख्यधारा में शामिल होंगे तो यह आपके लिए, समाज के लिए , हमारे लिए और पूरे देश के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि जो भी स्थानीय आतंकी सरेंडर (आत्मसमर्पण) करना चाहेगा, हम उसे पूरा मौका देंगे। अगर किसी मुठभेड़ में फंस जाने पर कोई स्थानीय आतंकी अगर हथियार सौंपता है तो उसे भी पूरा मौका दिया जाएगा। स्थानीय युवकों की आतंकी संगठनों में बढ़ती भर्ती को सबसे बड़ी और गंभीर चुनौती करार देते हुए उन्होंने कहा कि बीते दो माह में आतंकी बनने वाले स्थानीय लड़कों की संख्या घटी है जो संतोषप्रद है। हमारी और सरकार की पूरी कोशिश है कि कोई भी स्थानीय लड़का आतंकी न बने। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। घाटी में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों की लगातार बढ़ती संख्या और जैश द्वारा जारी धमकियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जैश व अन्य आतंकियों के खिलाफ हम अपने ऑपरेशन जारी रखेंगे और उन्हें मार गिराते रहेंगे। टंगडार सेक्टर में जंगबंदी के उल्लंघन पर उन्होंने कहा कि तनाव पैदा करने और घुसपैठ को यकीनी बनाने के लिए पाकिस्तानी सैनिकों ने सैन्य व नागरिक इकिानों पर गोलाबारी की है। भारतीय सेना ने भी जवाबी प्रहार किया है। हम किसी भी चुनौती से निपटने में समर्थ हैं।