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मुफ्ती के गढ़ में कम हुआ मतदान

राज्य ब्यूरो श्रीनगर अनंतनाग-पुलवामा संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को पहले चरण के तहत जिला अ

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 02:23 AM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 06:35 AM (IST)
मुफ्ती के गढ़ में कम हुआ मतदान

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अनंतनाग-पुलवामा संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को पहले चरण के तहत जिला अनंतनाग में मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो गई। चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों ने अपनी जीत की उम्मीद जताई है, लेकिन आज हुए मतदान ने जो संकेत दिया है, वह किसी भी तरह से पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के लिए शुभ नहीं समझा जा सकता। अपनी पार्टी को एकजुट रखने से लेकर अपनी सियासी साख बचाए रखने को संघर्षरत महबूबा मुफ्ती के पैतृक कस्बे बीजबिहाड़ा में मात्र दो फीसद मतदान हुआ है। अनंतनाग में 3.47 फीसद मतदान हुआ है।

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पूरे जिले में सिर्फ 13.6 फीसद मतदान हुआ है, मतलब 527497 में से 67676 मतदाता ही मतदान केंद्र तक पहुंचे हैं। बीजबिहाड़ा न सिर्फ महबूबा मुफ्ती का पैतृक कस्बा है बल्कि वह 1996 में पहली बार इसी क्षेत्र से विधायक बनी थी। पीडीपी ने यह सीट कभी नहीं हारी है। अनंतनाग से महबूबा मुफ्ती ने वर्ष 2016 में विधानसभा चुनाव जीता था। डुरु, शांगस और कोकरनाग में कांग्रेस के जीए मीर का जनाधार मजबूत है और इन इलाकों में मतदान खूब हुआ है। पहलगाम विधानसभा क्षेत्र जहां नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी दोनों ही बराबर समझी जाती हैं, 20 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ है। हालांकि, महबूबा मुफ्ती ने अपनी जीत की उम्मीद जताते हुए कहा है कि परिणाम सुखद आएगा, लेकिन आज हुए मतदान के रुझान से वह भी कुछ हद तक मायूस नजर आई।

राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मंगलवार को हुए मतदान से साफ हो जाता है कि पीडीपी की स्थिति दक्षिण कश्मीर में पहले की अपेक्षा बहुत ज्यादा कमजोर हुई है। हालांकि कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में अभी मतदान होना बाकी है, लेकिन इन इलाकों में भी पीडीपी के लिए ज्यादा उम्मीद नहीं की जा सकती, क्योंकि इन इलाकों में जमात का भी अच्छा खासा कैडर है, जो प्रत्यक्ष परोक्ष रूप से पीडीपी का समर्थन करता रहा है, लेकिन अब नहीं कर रहा है। इसके अलावा जिला अनंतनाग के मतदान का असर अन्य जिलों में भी होगा। यह मतदान आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पीडीपी की संभावनाओं पर नकारात्मक असर डालने वाला है। इसलिए अगर महबूबा मुफ्ती को रियासत की सियासत में अपनी मजबूत दावेदारी को बरकरार रखना है तो उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।

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65 मतदान केंद्रों में एक भी मतदाता नहीं पहुंचा

जिला अनंतनाग में मंगलवार को हुए मतदान में 65 मतदान केंद्रों में एक भी मतदाता वोट डालने नहीं पहुंचा। छह विधानसभा क्षेत्रों पर आधारित जिला अनंतनाग में मंगलवार सुबह सात से शाम चार बजे तक मतदान हुआ है। जिले में 5.30 लाख मतदाताओं के लिए 714 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

आतंकियों और अलगाववादियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान के मददेनजर पूरे जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज जब मतदान हुआ तो 65 मतदान केंद्रों में एक भी वोटर नहीं पहुंचा। इनमें से 40 मतदान केंद्र बीजबिहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में ही हैं। यह क्षेत्र पीडीपी का सबसे मजबूत किला माना जाता है। बीजबिहाड़ा में 93289 मतदाताओं के लिए 120 मतदान केंद्र बनाए गए थे। लेकिन 1893 ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। संबधित अधिकारियों ने बताया कि पूरे जिले में वोपजन, महेंद, कनीलवन, सिरहामा, घटलीपोरा, खिरम, वनिहामा, दयालगाम और ब्रिटी में स्थित कुल 65 मतदान केंद्रों में वोट नहीं पड़े हैं।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को उत्तरी कश्मीर की संसदीय सीट बारामुला-कुपवाड़ा के लिए हुए मतदान के दौरान 17 मतदान केंद्रों में एक भी वोट नहीं पड़ा था जबकि 18 अप्रैल को श्रीनगर-बड़गाम संसदीय सीट के लिए हुए मतदान में 90 मतदान केंद्रों में भी कोई भी मतदाता वोट डालने नहीं आया था।


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