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Jammu Kashmir: यूपी की जेलों में पीएसए के तहत कैद 41 लोग रिहा, कोरोना फैलने के बाद 140 लाेग छोड़े

जम्मू-कश्मीर सरकार ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा की जेलों में पीएसए के तहत कैद लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया कल रात से ही शुरू कर दी थी।

By Edited By: Published: Tue, 14 Apr 2020 11:12 AM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2020 02:03 PM (IST)
Jammu Kashmir: यूपी की जेलों में पीएसए के तहत कैद 41 लोग रिहा, कोरोना फैलने के बाद 140 लाेग छोड़े
Jammu Kashmir: यूपी की जेलों में पीएसए के तहत कैद 41 लोग रिहा, कोरोना फैलने के बाद 140 लाेग छोड़े

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर सरकार ने मंगलवार सुबह जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) को निरस्त करते हुए उत्तर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद 41 व्यक्तियों की रिहाई के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही पिछले एक महीने में पीएसए को निरस्त कर रिहा किए जाने वाले लोगों की संख्या 140 तक पहुँच गई है। गत सोमवार को भी सरकार ने जम्मू-कश्मीर की विभिन्न जेलों में बंद 36 लोगों पर लगाए गए पीएसए को हटाने के आदेश दिए थे।

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प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की विभिन्न जिलों में पीएसए के तहत बंद इन कैदियों की रिहाई के आदेश आज सुबह ही जारी किए गए हैं। उत्तर प्रदेश जेल प्रबंधन को सभी 41 कैदियों को कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद छोड़ने के लिए कहा गया है। सनद रहे कि जिला मजिस्ट्रेट जारी किसी व्यक्ति पर लगाए गए पीएसए को हटाने का जम्मू-कश्मीर प्रदेश सरकार को यह पूरा अधिकार है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा की जेलों में पीएसए के तहत कैद लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया कल रात से ही शुरू कर दी थी।

इसके साथ, पिछले एक महीने में जम्मू-कश्मीर में पीएसए हटा रिहा होने वाले लोगों की संख्या 140 तक पहुँच गई है। गत सोमवार को भी सरकार ने जम्मू-कश्मीर की विभिन्न जेलों में बंद 36 व्यक्तियों पर लगाए गए पीएसए हटा उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था। सनद रहे कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने व इसे केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में विभाजित किए जाने के बाद प्रशासन ने राज्य में करीब 5000 लोगों को विरोध प्रदर्शन करने पर गिरफ्तार किया था। इनमें से कइयों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा की आठ जेलों में बंद किया गया था। अब कोरोना संक्रमण में देश भर में बढ़ते मामलों को देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जेलों में बंद यहां के लोगों को रिहा करने की प्रक्रिया शुरू की है।

अलबत्ता, उन्हीं को रिहा किया जाएगा जो कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर तय मानदंडों पर पूरा उतरते होंगे। रिहा होने वालों में 16 सेंट्रल जेल श्रीनगर में ही बंद हैं। कोट भलवाल जेल जम्मू से भी 16 कैदियों को रिहा किया गया है। कुपवाड़ा, अनंतनाग, भद्रवाह और हीरानगर जेल से भी एक-एक कैदी को रिहा करने का फैसला लिया गया है। 

सोपोर में लश्कर के पांच ओजीडब्ल्यू गिरफ्तार

सुरक्षाबलों ने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए उत्तरी कश्मीर में लश्कर ए तैयबा के पांच ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) को हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस बीच दक्षिण कश्मीर में मलंगपोरा में आतंकियों ने सुरक्षाबलों की एक नाका पार्टी पर हमला किया, लेकिन जवानों की कार्रवाई पर आतंकी भाग निकले।

पुलिस को पता चला था कि लश्कर ने सोपोर में कुछ ओजीडब्ल्यू को सक्रिय किया है। लश्कर ने इन्हें नए लड़कों की भर्ती के अलावा हमले के लिए साजोसामान का बंदोबस्त करने का जिम्मा सौंपा है। इसके बाद पुलिस ने तुज्जर व हारवन में छापेमारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से एक यूबीजीएल, पांच ग्रेनेड, आइईईडी बनाने का साजोसामान व अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। इन पांचों की पहचान आरिफ बिल्ला, सरताज अहमद शेख, निसार अहमद लोन, फयाज अहमद व मुहम्मद मुर्तजा सभी निवासी सोपोर के रूप में हुई है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस को इन पांचों की सोपोर में कुछ दिन पहले हुए एक अन्य आतंकी मामले में भी तलाश थी। दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार शाम मलंगपोरा में पुलिस व सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। जवानों ने भी फायर किया। करीब 10 मिनट तक दोनों तरफ से गोलियां चलीं। इसके बाद आतंकी भाग निकले।


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