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35ए पर कश्मीर रहा बंद, हालात तनावपूर्ण

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अनुच्छेद 35 ए पर सर्वाेच्च न्यायालय में सोमवार को सुनवाई है। अनुच्छेद क

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Aug 2018 02:17 AM (IST)Updated: Mon, 06 Aug 2018 02:17 AM (IST)
35ए पर कश्मीर रहा बंद, हालात तनावपूर्ण

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : अनुच्छेद 35 ए पर सर्वाेच्च न्यायालय में सोमवार को सुनवाई है। अनुच्छेद के हटने और छेड़छाड़ की आशंका को देख कश्मीर में तनाव का माहौल बना हुआ है। रविवार को दो दिवसीय बंद के पहले दिन ही पूरे कश्मीर में इसका असर दिखा। कुछ जगहों पर ¨हसा हुई, लेकिन पुलिस ने हालात पर जल्द काबू पा लिया। पुलिस प्रशासन ने अलगवववादियों को नजरबंद कर दिया है। वहीं बनिहाल-बारामुला रेलसेवा को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। बंद का असर जम्मू के डोडा और रामबन तक नजर आया। अलगावादियों को किया नजरबंद : अलगाववादी हुíरयत चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक, कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, पीपुल्स पोलिटिकल पार्टी के चेयरमैन हिलाल अहमद वार, तहरीके हुíरयत कश्मीर के प्रमुख मुहम्मद अशरफ सहराई समेत सभी प्रमुख अलगाववादी नेताओं को उनके घरों में शनिवार रात को ही नजरबंद कर दिया था। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन यासीन मलिक नजरबंदी से बचने के लिए पुलिस के पहुंचने से पहले ही कहीं भूमिगत हो गए। अलगावादियों के बंद का सभी ने दिया समर्थन : अलगाववादियों के साझा संगठन ज्वाइंट रजिस्टेंस लीडरशिप ने पांच और छह अगस्त को कश्मीर बंद का आह्वान कर रखा है। बंद को कश्मीर के सभी व्यापारिक, सामाजिक संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने भी समर्थन दिया है। हालांकि नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने बंद का खुलकर समर्थन नहीं किया है, लेकिन परोक्ष रूप से ये दल भी इस मुद्दे पर बंद के हक में हैं। कश्मीर में जगह-जगह विरोध रैलियां : बंद का असर सुबह पूरे कश्मीर में नजर आया। सभी दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी नाममात्र ही रही। ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन में कई जगह निषेधाज्ञा को सख्ती से लागू किया था। शोपियां, अनंतनाग, पहलगाम और कुलगाम में भी कई जगह प्रशासन ने हालात को काबू में रखने के लिए धारा 144 लागू कर रखी है। अलगाववादी और उनके समर्थक रैली लेकर लालचौक तक नहीं पहुंच पाए। कश्मीर के प्रमुख व्यापारिक संगठनों कश्मीर ट्रेडर्स एंड मैनुफैक्चर्स फेडरेशन, कश्मीर इकोनामिक एलांयस, फेडरेशन ऑफ चैंबंर एंड इंडस्ट्रीज कश्मीर के पदाधिकारी तख्तियां लिए लालचौक में धरने पर बैठे। इनका कहना था कि अगर 35ए भंग हुई तो कश्मीर में विद्रोह की स्थिति का दिल्ली सामना करने को तैयार रहे। करीब एक घंटे तक यह प्रदर्शन चला। श्रीनगर के जडीबल, जालडगर, हेदरपोरा में भी रैलियां हुई। बारामुला में भी व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। हंदवाड़ा, लोलाब के अलावा बड़गाम, गांदरबल, दक्षिण कश्मीमर के पांपोर, पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग, त्राल और शोपियां में हड़ताल रही। श्रीनगर के जालडगर, प¨रपोरा और डाउन-टाउन के कुछ हिस्सों में शाम होते शरारती तत्वों ने भड़काऊ नारेबाजी करते हुए सुरक्षाबलों पर पथराव किया। सुरक्षा कर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति पर काबू पा लिया।

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