जेकेएलएफ के 25 नेता व कार्यकर्ता हिरासत में
राज्य ब्यूरो श्रीनगर पुलिस ने कश्मीर घाटी में प्रतिबंधित जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलए
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस ने कश्मीर घाटी में प्रतिबंधित जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) और जमात-ए-इस्लामी (जेएंडके) के खिलाफ अपने अभियान को जारी रखते हुए बीते 24 घंटों के दौरान जेकेएलएफ के करीब 25 नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा जमात-ए-इस्लामी के एक स्कूल के प्रिंसिपल और एक जूनियर इंजीनियर को पीएसए (पब्लिक सेफ्टी एक्ट) के तहत हिरासत में लिया गया है।
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में टेरर फंडिंग और आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों में संलिप्तता पर पिछले माह जमात-ए-इस्लामी (जेएंडके) पर पाबंदी लगाया था और गत सप्ताह जेकेएलएफ को प्रतिबंधित किया गया था। जेकेएलएफ के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक पहले ही जेल में हैं।
संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जेकेएलएफ के गांदरबल के जिला प्रधान बशीर अहमद बोया, बारामुला जिला प्रधान अब्दुल रशीद मुगलु समेत करीब 25 नेता व कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जगहों पर छापे मारकर हिरासत में लिया गया है। इनके अलावा गांदरबल में जेकेएलएफ के कार्यालय को भी बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि श्रीनगर व अन्य शहरों में स्थित जेकेएलएफ के कार्यालयों व अन्य संबंधित संस्थान भी सील किए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने पुष्टि नहीं की है, लेकिन एक अधिकारी की मानें तो जेकेएलएफ के नेताओं से संबंधित आठ बैंक खातें भी सील किया गया है।
इसी दौरान पुलिस ने जमात-ए-इस्लामी के अवनीरा (शोपियां) स्थित स्कूल के प्रिंसिपल मुबशिर हुसैर राथर को पीएसए के तहत बंदी बनाकर कोट भलवाल जेल जम्मू स्थानांतरित कर दिया गया है। मुबशिर हुसैन को तीन दिन पहले पुलिस ने हिरासत में लिया था।
शोपियां जिले के दुरपोरा गांव के रहने वाले मंजूर अहमद इट्टू को भी जमात-ए-इस्लामी का सक्रिय कार्यकर्ता होने के आधार पर पुलिस ने पीएसए के तहत बंदी बनाया है। मंजूर अहमद इट्टू ब्लाक डेवलपमेंट आफिस जेनपोरा शोपियां में बतौर जूनियर इंजीनियर कार्यरत हैं। वह बीते साल ही जमात-ए-इस्लामी का आमीर ए हल्का भी चुना गया था।