बाडीपोरा में लश्कर के दो ओवरग्राउंड वर्कर गिरफ्तार
कश्मीर में आतंकियों और उनके मददगारों पर सुरक्षाबल लगातार नकेल कस रहे हैं। शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) गिरफ्तार किए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीर में आतंकियों और उनके मददगारों पर सुरक्षाबल लगातार नकेल कस रहे हैं। शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के दो ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) गिरफ्तार किए हैं।
पुलिस ने सेना की 14 आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर बांडीपोरा के पापचन पुल के पास नाका लगाया था। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि इस रास्ते से आतंकियों के मददगार गुजरने वाले हैं। सुरक्षाबल नाके से गुजरने वाले हर वाहन की तलाशी ले रहे थे। लोगों से पूछताछ कर रहे थे। इसी दौरान वहां से गुजरने की कोशिश कर रहे दो ओवरग्राउंड वर्कर को सुरक्षाबलों ने दबोच लिया। पकड़े गए गए ओजीडब्ल्यू आबिद वादा और बशीर अहमद गुर्जर लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के लिए काम करते थे। इन दोनों को बाडीपोरा में सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमले का जिम्मा सौंपा गया था। सुरक्षाबलों ने इनके पास से तो हथगोले और कुछ अन्य सामान बरामद किया है। ड्रग्स के पैसे से युवाओं को आतंकी बना रहा था शेर अली
दो दिन पहले कुवैत से जम्मू लौटे आतंकी संगठन गजनवी फोर्स के आतंकी शेर अली को पुंछ पुलिस ने जम्मू हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। उसके बाद पुलिस उसे लेकर मेंढर पहुंची, जहां पर उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस जल्द ही उसके संपर्क में रहे कुछ लोगों को गिरफ्तार कर सकती है। सूत्रों के अनुसार आतंकी शेर अली काम की तलाश में कुवैत गया था, लेकिन वह वहां आतंकी संगठनों से मिलकर काम करने लगा। शेर अली पाक की खुफिया एजेंसी के साथ मिलकर सीमा पार से ड्रग्स व हथियार भेज रहा था। ड्रग्स की बिक्री से जो पैसा मिलता था, उसका इस्तेमाल नए युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल करने पर होता था। इस बात का खुलासा 11 अगस्त 2020 को हुआ था, जब पुलिस ने शेर अली के घर से भारी मात्रा में ड्रग्स व हथियारों को बरामद करके उसकी बहन रसाकिम अख्तर, पिता मुश्ताक अहमद को गिरफ्तार कर लिया था। इन्होंने ही पूछताछ के दौरान शेर अली के आतंकियों से संबंध होने की जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने करीब पांच लोगों को गिरफ्तार करके गोला-बारूद बरामद कर लिया।
सूत्रों का कहना है कि सीमा से सटे मेंढर व बालाकोट सेक्टर में भी कई बार ड्रग्स बरामद हुई है। यह भी शेर अली ने ही भेजी थी। इसके अलावा शेर अली कई बार गुलाम कश्मीर में चल रहे आतंकी शिविरों का दौरा भी कर चुका है। शेर अली अपने क्षेत्र के युवाओं से संपर्क में रहता था और इन्हें ड्रग्स व हथियार भेजता था। सूत्रों के अनुसार, पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने शेर अली को कुवैत में फाइव स्टार सुविधाएं मुहैया करवा रखी थीं। क्योंकि वह आइएसआइ के इशारे पर काम कर रहा था। अभी भी उससे पूछताछ जारी है।