सैफुद्दीन को घर से बाहर जाने से रोका, राजनीति शुरू
प्रदेश प्रशासन ने बुधवार सर्वाेच्च न्यायालय में दावा किया था कि वह कहीं भी आने-जाने को स्वतंत्र हैं। वीरवार को सोज जब घर से बाहर निकले तो पुलिसकर्मियों ने घर में बंद कर दिया।
भागलपुर। ग्रामीण आचार-विचार का चित्रण विषय पर गुरुवार को बीएन कॉलेज में स्नातक हिदी तीनों खंड के छात्र-छात्राओं द्वारा एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिदी की शिक्षिका सुजाता कुमारी ने प्रेमचंद के उपन्यास और कहानियों के तथ्यात्मक बिदुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने समाज के यथार्थ को साहित्य में पिरोने का काम किया है। समाज में मानवीयता की अलख जगाई है। यहीं कारण है कि उनकी रचानाएं आज भी कालजयी है।
इसके पूर्व वेबिनार में विषय प्रवेश कराते हुए कार्यक्रम के संचालक स्नातक हिदी द्वितीय पार्ट के छात्र संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रेमचंद एक महान साहित्यकार थे। उनके उपन्यास और कहानियों में कृषि प्रधान समाज, जाति प्रथा, महाजनी व्यवस्था और रूढ़विाद की गहरी समझ देखने को मिलती है।
वेबिनार में प्रतिभागी वक्ता के रूप में शामिल हुए मृत्युंजय कुमार, कोमल कुमारी, रंजन कुमार, रानू कुमार, बंटी, पूनम कुमारी, राजकुमार, अमीषा कुमारी, मधु कुमारी, विकास कुमार और ऋषिराज ने भी महान उपन्यासकार प्रेमचंद के बारे में अपना-अपना अनुभव साझा किया।
अंत में सोसाइटी फॉर इंवारमेंटल एंड संस्टेनेवल डेवलपमेंट नालंदा बिहार की सचिव मनीषा तेजस्वी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि मुंशी प्रेमचंद को ग्रामीण वातावरण का गहन ज्ञान था। उन्होंने ग्रामीण जन जीवन और परिवेश के लगभग सभी पक्षों को लेखनीबद्ध किया था।