एनआइए ने पुलवामा में हिलाल के घर पर दी दबिश
एनआइए के अधिकारियों ने उसके घर से तथाकथित तौर पर कुछ दस्तावेज एक मोबाइल फोन और एक पेनड्राइव को अपने कब्जे में लिया है। हिलाल अहमद को इसी साल 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार किया था।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने वीरवार को आतंकियों के साथ संबंध रखने और उनके लिए पैसों का इंतजाम करने के आरोपित हिलाल अहमद के दक्षिण कश्मीर के खांडेपोरा, (पुलवामा) में स्थित मकान की तलाशी ली। एनआइए के अधिकारियों ने उसके घर से तथाकथित तौर पर कुछ दस्तावेज, एक मोबाइल फोन और एक पेनड्राइव को अपने कब्जे में लिया है।
हिलाल अहमद को इसी साल 25 अप्रैल को पंजाब पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार किया था। पेशे से ट्रक चालक हिलाल अहमद के पास से 29 लाख रुपये की नकदी मिली थी। यह पैसा कथित तौर पर कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के लिए था। उसे यह राशि हिजबुल कमांडर रियाज नाइकू को सौंपनी थी। हिलाल के बाद पंजाब पुलिस ने बिक्रम सिंह उर्फ विक्की और मनिद्र पाल सिंह उर्फ मानी को पकड़ा था। यह दोनों गुरु अमरदास एवन्यू अमृतसर के रहने वाले हैं। इन दोनों के पास से पुलिस ने 32 लाख नकद और एक किलो हेरोइन बरामद की थी। रियाज नाइकू सात मई 2020 को बेगीपोरा में सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया था।
हिलाल अहमद के पकड़े जाने और उसके साथ ही पंजाब के ड्रग माफिया के कश्मीरी आतंकियों के साथ तार जुड़ते देख मामले की जांच एनआइए को सौंपी गई थी। एनआइए ने इस मामले में कुख्यात ड्रग माफिया रंजीत सिंह को सिरसा, हरियाणा से मई में पकड़ा था। वह भी हिलाल के संपर्क में था। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अब तक पकड़े गए सभी लोगों से पूछताछ के आधार पर जांच का दायरा आगे बढ़ाते हुए ही एनआइए की एक टीम ने पुलवामा के खांडेपोरा में हिलाल अहमद के मकान पर दबिश दी। हिलाल के परिजनों से भी अलग-अलग पूछताछ की गई। एनआइए ने उसके कुछ परिजनों के मोबाइल फोन की जांच भी की। इसके अलावा हिलाल के कमरे की तलाशी के दौरान वहां से कुछ दस्तावेज, एक मोबाइल फोन और एक पेन ड्राईव को एनआइए के अधिकारियों ने अपने कब्जे में लिया। इसके बाद एनआइए की टीम श्रीनगर की तरफ रवाना हो गई। पाकिस्तान से चल रहा नशे और पैसे का खेल :
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि गुलाम कश्मीर, पाकिस्तान और अन्य जगहों पर बैठे नशीले पदार्थो के तस्कर कश्मीर में सक्रिय आतंकियों व अलगाववादियों की वित्तीय मदद कर रहे हैं। यह लोग हवाला राशि को कश्मीर में अलगाववादियों व आतंकियों तक पहुंचाने के अलावा ड्रग ट्रेड की कमाई का एक मोटा हिस्सा भी उन्हें देते हैं। इसके अलावा गुलाम कश्मीर से कश्मीर आने वाले नशीले पदाथरें को कश्मीर से बाहर पहुंचाने में स्थानीय आतंकी अपने नेटवर्क के जरिए पूरी मदद करते हैं। इसके अलावा वह ड्रग माफिया से प्रोटेक्शन मनी भी लेते हैं।