Jammu And Kashmir: सांबा में सैनिक ने की आत्महत्या
Soldier commits suicide in Samba. सेना के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है।
जम्मू, प्रेट्र। जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में एक शिविर के भीतर सेना के एक जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। मामले की जांच-पड़ताल जारी है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि माखन लाल (40) 6वीं जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में तैनात थे। वह बॉर्डर रोड कैंप में संतरी ड्यूटी पर थे। शनिवार को उन्होंने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली।
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही साथी जवान और उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे। तब तक जवान की मौत हो चुकी थी। दूसरी ओर, जम्मू में उनके परिवार को आगे के लिए कानूनी और चिकित्सीय औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद मृतक के शरीर को उनकी इकाई को सौंप दिया गया है।
अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस इस मामले में कई पहलुओं पर जांच कर रही है। उसके साथी जवाने से भी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल इस मामले में कोई भी खुल कर बोलने के लिए तैयार नहीं है। वहीं, घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। इस घटना के बाद शोक की लहर दौड़ गई है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की आड़ में जम्मू-कश्मीर में 'कोरोना बम' की साजिश रची जा रही है। कश्मीर में सक्रिय जिहादी तत्व किसी भी समय बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसलिए सेना ने आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर जल्द मार गिराने के लिए अभियान तेज कर दिए हैं। साथ ही, आम लोगों को उन्हें किसी भी तरह से पनाह न देने की अपील की जा रही है। यह सनसनीखेज जानकारी दक्षिण कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों का जिम्मा संभालने वाली सेना की विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ए सेन गुप्ता ने दी।
कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के चार आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर करने के बाद पत्रकारों से मेजर जनरल ए सेन गुप्ता ने कहा कि आतंकियों का मकसद कश्मीर में तबाही, अफरातफरी फैलाना है। इससे ज्यादा कुछ नहीं है। इसके लिए वह कुछ भी कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण आतंकियों व उनके आकाओं के लिए कश्मीर में नया हथियार बन सकता है। इसलिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी। आतंकी एक जगह टिक कर नहीं बैठते। वह अपने ठिकानों को लगातार बदलते रहते हैं। इस प्रक्रिया के दौरान वह बहुत से लोगों के संपर्कमें आते हैं। इसलिए घाटी में सक्रिय आतंकियों में से कई आतंकियों के कोरोना के संक्रमण होने की आशंका को नहीं नकारा जा सकता।