Move to Jagran APP

पढ़ाई की आड़ में युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण के लिए भेजते थे पाकिस्तान

बारामुला में लश्कर के दो आतंकी गिरफ्तार हथियारों का जखीरा बरामद

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 11:10 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 11:10 AM (IST)
पढ़ाई की आड़ में युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण के लिए भेजते थे पाकिस्तान
पढ़ाई की आड़ में युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण के लिए भेजते थे पाकिस्तान

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर के मॉडयूल का भंडाफोड़ करते हुए शनिवार को दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। यह आतंकी पढ़ाई की आड़ में युवाओं को बरगला कर आतंकी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान भेजते थे। दोनों के पास हथियारों का जखीरा भी मिला है।

loksabha election banner

यह आतंकी युवाओं को पढ़ाई की आड़ में पाकिस्तान भेजकर आतंकी कैंपों में विध्वंसकारी गतिविधियों की ट्रेनिग भी दिलाते थे। फिलहाल,दोनों से पूछताछ जारी है।

पकड़े गए आतंकियों की पहचान शौकत अहमद मीर उर्फ शौकत मौलवी और शौकत अहमद यत्तु के रुप में हुई है। यह दोनों उत्तरी कश्मीर में सक्रिय लश्कर के दो मोस्टवांटेड आतंकियों सलीम अहमद पर्रे और पाकिस्तानी अबु जरगाम के करीबियों में एक हैं। पर्रे और जरगाम पर सात-सात लाख का इनाम घोषित है।

शौकत मौलवी आतंकी बनने से पहले एक ओवरग्राउंड वर्कर था जबकि शौकत यत्तु एक ओवरग्राउंड वर्कर है और एक दो दिनों में सक्रिय होने वाला था। यह दोनों बारामुला-श्रीनगर राजमार्ग पर स्थित पट्टन के पास पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए हैं। सुरक्षाबलों ने इन दोनों की निशानदेही पर छह कारतूस समेत एक पिस्तौल, एक हथगोला और एसाल्ट राइफल के कुछ कारतूस बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि यह दोनों बारामुला और पट्टन में आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने में जुटे हुए थे।

पूछताछ के दौरान इन दोनों ने बताया कि वह लश्कर के लिए स्थानीय युवकों को भर्ती कर उन्हें ट्रेनिग के लिए पाकिस्तान भेजते है। किसी को शक न हो, इसलिए वह उनके लिए वीजा और पासपोर्ट का बंदोबस्त करते हैं। वापसी पर यह युवक आतंकी संगठन के लिए काम करते हैं।

---

पाकिस्तान में है लापता छात्र

शौकत ने बताया कि जम्मू से लापता हुआ गवर्नमेंट इंजीनियरिग कालेज का छात्र आबिद क्यूम लोन इस समय पाकिस्तान में है। उसे शौकत ने इसी साल 23 फरवरी को वाघा बार्डर के रास्ते पाकिस्तान भेजा है। उसने आबिद को पाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई के नाम पर वीजा दिलाया था। शौकत ने बताया कि इसस पहले उन्होंने वर्ष 2018 में भी चार युवकों को पासपोर्ट के आधार पर पाकिस्तान में स्थित लश्कर के ट्रेनिग कैंप में भेजा था। इनमें दक्षिण कश्मीर में लिद्दर (पहलगाम) के रहने वाले आदिल अहमद मीर और उमर खान व वुस्सन (बारामुला) के रहने वाले उमर व गुलजार हैं। यह दोनों इस समय बारामुला में सक्रिय हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.