Move to Jagran APP

Srinagar : सैलानियों का पसंदीदा पर्यटनस्थल अनंतनाग

अनंतनाग में कई ऐसी जगहें हैं जिनका नाम नागों के नाम पर है जैसे-अनंतनाग वेरीनाग कोकरनाग नारानाग व शेषनाग।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 02:02 PM (IST)Updated: Mon, 22 Apr 2019 02:02 PM (IST)
Srinagar : सैलानियों का पसंदीदा पर्यटनस्थल अनंतनाग
Srinagar : सैलानियों का पसंदीदा पर्यटनस्थल अनंतनाग

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर के सबसे संवेदनशील संसदीय क्षेत्र अनंतनाग-पुलवामा में अनेक धार्मिक और पर्यटनस्थल हैं जिनमें पूरा माह देश-विदेश से सैलानियों व श्रद्धालुओं का तांता रहता है। अमरनाथ यात्र का आगाज भी अनंतनाग से होता है। यात्र का आधार शिविर पहलगाम के नुनवान में है। इसके अलावा अनंतनाग में कई ऐसी जगहें हैं जिनका नाम नागों के नाम पर है जैसे-अनंतनाग, वेरीनाग, कोकरनाग, नारानाग व शेषनाग।

loksabha election banner

अनंतनाग : अनंत का अर्थ है, जिसका कोई अंत न हो। भगवान शेषनाग का भी एक नाम अनंत है। अनंतनाग श्रीनगर से 50 किमी. दक्षिण-पूर्व में झेलम नदी के किनारे स्थित है। अनंतनाग कश्मीर की प्राचीन राजधानी था। यहां से तीन मील पूर्व की ओर प्रसिद्ध मार्तण्ड सूर्य मंदिर है।

शेषनाग झील : अमरनाथ यात्र के दौरान शेषनाग झील का बड़ा महत्व है। यह मनोरम झील पहलगाम से &2 और चंदनवाड़ी से 16 किलोमीटर दूर है। झील के चारों ओर सात पहाडिय़ां हैं। कई ग्लेशियर हैं। 3658 मीटर की ऊंचाई पर स्थित झील का नाम शेषनाग के नाम पर रखा गया। पौराणिक कथाओं के अनुसार जब भगवान शिव माता पार्वती को अमरकथा सुनाने अमरनाथ गुफा ले जा रहे थे तब उन्होंने असंख्य सांपों-नागों को अनंतनाग में, नंदी को पहलगाम में, चंद्रमा को चंदनवाड़ी में छोड़ दिया था। शेषनाग को भगवान शिव ने इस झील में छोड़ा था।

नारानाग : नारानाग गान्दरबल जिले का पर्वतीय पर्यटक स्थल है। यहां 200 मीटर की दूरी पर एक-दूसरे की तरफ मुख किये हुए मंदिरों का समूह है। इतिहासकारों के अनुसार शिव को समर्पित इन मंदिरों को 8वीं सदी में कश्मीर के नरेश ललितादित्य ने बनवाया था। यह मंदिर वंगत नदी के दाएं किनारे पर भूतशेर पर्वत (भूतेश्वर पर्वत का परिवर्तित रूप) के चरणों में स्थित हैं।

वेरीनाग : वेरीनाग अनंतनाग में स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो कश्मीर के मुगल उद्यानों का सबसे पुराना स्थान है। वेरीनाग अनंतनाग से 26 कि.मी. की दूरी पर है। यहां पर झरना है, जिसे ङोलम नदी का स्नोत माना जाता है।

कौसरनाग: कौसरनाग कुलगाम जिले के पीर पंजाल पर्वतश्रेणी में ऊंचाई पर स्थित एक झील है। यह झील लगभग 3 किमी लंबी है। इसकी अधिकतम चौड़ाई लगभग एक किमी है। इस झील पर पहुंचने का मार्ग अहरबल नामक प्रसिद्ध जलप्रपात से होकर जाता है।

कोकरनाग : कोकरनाग अनंतनाग में स्थित पर्यटन स्थल है। असल में कोकरनाग का नाम बिन्दू जलांगम है और यह नाम रिकॉर्ड में भी दर्ज है। यह स्थान जिला मुख्यालय से लगभग 17 किमी की दूरी पर है। यहां कई छोटे-छोटे सरोवर हैं। इन सरोवरों को कोकर नाम से जाना जाता है। कोकरनाग शुद्ध जल की कश्मीर की सबसे विशाल सरोवर है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.