तेज आंधी व वर्षा से मक्का की फसल बर्बाद
संवाद सहयोगी सुंदरबनी उपजिले में मंगलवार रात तेज हवा के साथ हुई वर्षा से जहां जनजीवन अस्
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : उपजिले में मंगलवार रात तेज हवा के साथ हुई वर्षा से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं खेतों में लहलहाती मक्का की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। क्षेत्र के तला टांडा, बाजाबाई, कांगड़ी, सलेरी, भजवाल आदि इलाकों में भारी वर्षा व आंधी के झोंके से मक्का की फसलें खेतों में गिर गई हैं। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था चरमरा गई।
कांगड़ी के सरपंच अनिल कुमार ने बताया कि किसानों ने महंगे दाम पर बीज खरीद कर लगाए गए थे, लेकिन किसानों के सारे अरमानों पर तेज हवा के झोंकों ने पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि किसान उम्मीद लगाए थे कि मौसम अभी तक बेहतर है। इसको देखते हुए मक्के की फसल अच्छी होगी, लेकिन शुरुआती दौर में ही मौसम के अचानक बदलने से मक्के की फसल को पहले फाल आर्मीवर्म ने भारी नुकसान पहुंचाया। मंगलवार की रात्रि अचानक तेज हवा के साथ वर्षा होने लगी। इससे लोगों को भले ही गर्मी से राहत मिली हो, परंतु मक्के की फसल को भारी नुकसान हुआ। तेज हवा व वर्षा की वजह से फसल पूरी तरह खेतों में गिर गई है। अच्छी फसल की उम्मीद लिए किसान प्रकृति की इस मार से सदमे में हैं। पंचायत तला टांडा से किसान मुल्क राज, कृष्ण लाल, प्रकाश चंद, राजकुमार, जगदीश लाल ने बताया कि एक तरफ किसान पहले से ही खाद, बीज व डीजल को लेकर महंगाई की मार झेल रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ प्राकृतिक आपदा ने उनकी रही सही कसर को पूरी कर दी। सरपंच अनिल कुमार ने फसल नुकसान के भरपाई की उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर भारी वर्षा व तेज हवा से मक्के की फसल को हुए नुकसान का जायजा लिया।
जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी सुंदरबनी के ब्लाक प्रधान राज कुमार ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सुंदरबनी व आसपास के क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा व तेज हवा से मक्के की फसल को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। इसको लेकर उन्होंने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा है कि पहले तो लाकडाउन में किसानों का बाजार छिन गया, जिससे उन्हें अपनी उपज का उचित दाम नहीं मिल पाया। रही-सही कसर क्षेत्र में मक्के की फसल को लगे फाल आर्मीवर्म के प्रहार से भारी नुकसान उठाना पड़ा। जैसे-तैसे कर किसानों ने दवाइयों का छिड़काव कर मक्के की फसल को बचाया तो अब क्षेत्र में हुई भारी वर्षा और तेज हवाओं से मक्के की फसल को काफी नुकसान हुआ है। साथ ही कई क्षेत्रों में खेत में लगी सब्जियां डूब गई हैं। उन्होंने सरकार से मक्के की फसल, सब्जियों सहित अन्य फसलों को हुए नुकसान के भरपाई की मांग उठाई।