गर्भवती महिला की मौत पर बवाल, दो घंटे बंद रखा हाईवे
जागरण संवाददाता राजौरी प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) मंजाकोट में मंगलवार को गर्भवती मि
जागरण संवाददाता, राजौरी : प्राइमरी हेल्थ सेंटर (पीएचसी) मंजाकोट में मंगलवार को गर्भवती महिला की मौत के बाद परिजनों ने जमकर बवाल किया। परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए जम्मू-पुंछ हाईवे पर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने दो घंटे तक हाईवे पर वाहनों की आवाजाही ठप रखी। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारे भी लगाए।
मृतका की पहचान शाजिया कौसर एयाज पत्नी मुहम्मद एयाज निवासी
गुलाटी मंजाकोट के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार प्रसव पीड़ा के बाद शाजिया कौसर को मंगलवार सुबह पीएचसी मंजाकोट में ले जाया गया। परिजनो का आरोप है कि उसे समय पर जरूरी चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाई। इसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ती चली गई। हालत नाजुक होने पर अस्पताल के स्टाफ ने उसे मेडिकल कॉलेज राजौरी में स्थानांतरित करने का फैसला किया, लेकिन शाजिया को राजौरी ले जाने के लिए समय से एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी। राजौरी अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शाजिया की मौत के लिए पीएचसी मंजाकोट के कर्मचारी जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि समय पर उपचार न मिलने और रेफर के बाद एंबुलेंस देर से उपलब्ध होने की वजह से शाजिया की मौत हो गई।
मौत के बाद प्रदर्शनकारियों ने जम्मू-पुंछ राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचते और परिवार को न्याय नहीं देते, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। सूचना मिलने के बाद स्टेशन हाउस अधिकारी मंजाकोट पंकज शर्मा और उप विभागीय पुलिस अधिकारी मंजाकोट निसार खुजा और तहसीलदार मंजाकोट जावेद इकबाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानून के तहत निपटा जाएगा। अधिकारियों के आश्वासन पर विरोध प्रदर्शन बंद किया गया।