Move to Jagran APP

परिवार को बचाने के लिए धैर्य व संयम जरूरी

जागरण संवाददाता, राजौरी: ज्ञान गंगा आश्रम सुरंदरबनी में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन पीठाधीश्वर महा

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 11:07 PM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 06:41 AM (IST)
परिवार को बचाने के लिए धैर्य व संयम जरूरी

जागरण संवाददाता, राजौरी: ज्ञान गंगा आश्रम सुरंदरबनी में श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर 1008 राजगुरु स्वामी विश्वात्मानंद सरस्वती जी महाराज ने कथा करते हुए संगत को निहाल किया।

loksabha election banner

कथा सुनाते हुए स्वामी जी ने बताया कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे हैं वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान न हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए स्वामी जी ने भगवान शिव की बात को नहीं मानने पर सती के पिता के घर जाने से अपमानित होने के कारण स्वयं को अग्नि में स्वाहा होना पड़ा। कथा में उत्तानपाद के वंश में ध्रुव चरित्र की कथा को सुनाते हुए समझाया कि ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि के द्वारा अपमानित होने पर भी उसकी मां सुनीति ने धैर्य नहीं खोया जिससे एक बहुत बड़ा संकट टल गया। परिवार को बचाए रखने के लिए धैर्य संयम की नितांत आवश्यकता रहती है। भक्त ध्रुव द्वारा तपस्या कर श्रीहरि को प्रसन्न करने की कथा को सुनाते हुए बताया कि भक्ति के लिए कोई उम्र बाधा नहीं है। भक्ति को बचपन में ही करने की प्रेरणा देनी चाहिए क्योंकि बचपन कच्चे मिट्टी की तरह होता है उसे जैसा चाहे वैसा पात्र बनाया जा सकता है। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि पाप के बाद कोई व्यक्ति नरकगामी हो, इसके लिए श्रीमद् भागवत में श्रेष्ठ उपाय प्रायश्चित बताया है। अजामिल उपाख्यान के माध्यम से इस बात को विस्तार से समझाया गया साथ ही प्रह्लाद चरित्र के बारे में विस्तार से सुनाया और बताया कि भगवान नृसिंह रुप में लोहे के खंभे को फाड़कर प्रगट होना बताता है कि प्रह्लाद को विश्वास था कि मेरे भगवान इस लोहे के खंभे में भी है और उस विश्वास को पूर्ण करने के लिए भगवान उसी में से प्रकट हुए एवं हिरण्यकश्यप का वध कर प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा की। इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.