Rajouri News: योजना पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी पीने के पानी को तरस रहे शहरवासी
उपनगर सुंदरबनी की वार्ड नंबर तीन में पिछले कई महीनों से पीने के पानी का संकट बना हुआ है।गौरतलब है कि केंद्र सरकार के जल मिशन योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे। फिर भी लोग पीने के पानी के लिए तरस रहें हैं।
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी। केंद्र सरकार के जल मिशन योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी उपनगर सुंदरबनी की वार्ड नंबर तीन में पिछले कई महीनों से पीने के पानी का संकट बना हुआ है। जिस कारण स्थानीय शहर वासियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी देते हुए वार्ड नंबर तीन की महिलाओं ने बताया कि एक तरफ केंद्र सरकार हर घर में नल से जल पहुंचाने की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ उपनगर शहर के बीचोबीच बसी वार्ड नंबर तीन में महिलाओं को पिछले कई महीनों से जल संकट से जूझना पड़ रहा है।
पांच-दस मिनट तक दिया जाता है पीने का पानी
स्थानीय जल शक्ति विभाग के उच्च अधिकारियों व जिला विकास आयुक्त राजोरी विकास कुंडल से भी इस संबंध में शिकायत दर्ज होने के बाद भी जल शक्ति विभाग के अधिकारी इस समस्या का हल नहीं निकाल पाए। जिस कारण महिलाओं को आज भी प्राकृतिक जल स्रोतों का सहारा लेना पड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि मात्र पांच या दस मिनट जल शक्ति विभाग द्वारा शहरवासियों को पीने का पानी दिया जाता है।
जिससे घर चलाना मुश्किल हो रहा है साथ ही कई घरों मैं पिछले कुछ दिनों से गंदा पानी आ रहा है।महिलाओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द वार्ड नंबर तीन में पीने के पानी की व्यवस्था को संबंधित विभाग द्वारा दुरुस्त नहीं किया गया। तो जल्द महिलाएं बच्चों व बुजुर्गों सहित सड़कों पर आने को मजबूर हो जाएंगी जिसका जिम्मेदार जल शक्ति विभाग सुंदरबनी होगा।
पीने के पानी को तरस रहे लोग
महिला सुषमा देवी ने डीसी राजौरी विकास कुंडल से मांग करते हुए कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किया जाए जिससे शहर में लोगों को पीने का पानी मिल सके। जल मिशन योजना से लेकर अन्य सरकार की योजनाएं मात्र कागज के पन्नों तक सीमित है लोग आज भी शहर के बीचो-बीच पीने के पानी को तरस रहे हैं।
संबंधित विभाग के बंद कमरों में बैठे अधिकारी आराम फरमा रहे हैं हर महीने में मात्र किराया लेने के बहाने लोगों को डरा धमकाकर कनेक्शन काटने की बात कही जाती है लेकिन उन्हें समय पर पीने का पानी नहीं दिया जा रहा जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जल्द समस्या का हल नहीं हुआ तो लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएंगे।
योजनाएं मात्र कागजों तक सीमित
संजय शर्मा स्थानीय नागरिकजब लोग समय पर जल शक्ति विभाग को किराया दे रहे हैं।तो लोगों को पीने के पानी के लिए तब भी भटकना पड़ रहा है सरकारी योजनाएं मात्र कागज के पन्नों तक सीमित हैं। दर्जनों बार जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकल पाया हर दिन बाढ़ में पीने का गंदा पानी आ रहा है।
अधिकारी आराम फरमा रहे हैं डीसी राजौरी विकास कुंडल व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की जाती है कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिससे लोगों को पीने का पानी मिल सके। सुनील दत्त स्थानीय नागरिक वार्ड पार्षद होने के नाते मैंने दर्जनों बार जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से समस्या के समाधान हेतु गुहार लगाई। लेकिन किसी भी अधिकारी ने मेरी एक नहीं सुनी।
लाइन का बाल टूटने के कारण हुई परेशानी
डीसी राजौरी से शिकायत कर समस्या का हल निकालने की मांग उठाई गई उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए उसके बाद एक-दो दिन पीने का पानी ठीक आया। उसके बाद हाल वही पुराना है पूरी वार्ड में लोग आज भी पीने के पानी को तरस रहे हैं। लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही। डीसी राजौरी विकास कुंडल से मांग की जा रही है कि लोगों की समस्या की तरफ ध्यान दिया जाए।
वार्ड पार्षद सुखदेव सिंहपाइप लाइन का बड़ा बाल टूटने की वजह से कुछ परेशानी बनी हुई थी जिस कारण गंदा पानी आ रहा था। नया बाल मंगवा दिया गया है और उसे बदलने के लिए जल शक्ति विभाग के कर्मचारी लगे हुए हैं। बाल को बदल दिया जाएगा बारिश से थोड़ी बाधा आ रही है। शहर में हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए जल शक्ति विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। जिन क्षेत्रों में लोगों को पीने की पानी की परेशानी आ रही है उसे भी जल्द हाल कर दिया जाएगा।