पाक सेना ने रिहायशी इलाकों को बनाया निशाना
जागरण संवाददाता राजौरी जिला अस्पताल में पहुंचे घायलों में चन्ना बी तस्वीर अख्तर व यासमीन अख्
जागरण संवाददाता, राजौरी : जिला अस्पताल में पहुंचे घायलों में चन्ना बी, तस्वीर अख्तर व यासमीन अख्तर सभी निवासी नाड़ मनकोट मेंढर ने बताया कि सुबह से पाक सेना गोलाबारी कर रही थी। दोपहर बाद पाक सेना की गोलाबारी कुछ कम हुई तो हमने अपने मवेशियों को चरने के लिए खोल दिया। कुछ समय बाद पाक सेना ने फिर से गोलाबारी शुरू कर दी। कुछ लोग अपने मवेशियों को बांधने के लिए दौड़े तो पाक सेना की ओर से दागे गोले उनके नजदीक आकर फटने लगे।
तस्वीर अख्तर ने बताया कि मैं मवेशियों को शेड में बांध रही थी। इसी दौरान पाक सेना के गोले मेरे करीब आकर फटे और मैं घायल हो गई, उसके बाद कुछ पता नहीं चला। होश आने पर मैं मेंढर के अस्पताल में थी। इसी तरह चन्ना बी ने बताया कि मैं खाना पका रही थी, उसी समय पाक सेना ने तेज गोलाबारी शुरू कर दी। पाक सेना द्वारा दागा गया गोला मेरे बिलकुल पास आकर फटा, जिससे मैं घायल हो गई। घायलों ने बताया कि कई लोगों के मकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। कई मवेशी भी मारे गए हैं।
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बंकर होते तो बच सकती थी जान
सीमांत क्षेत्र के लोग काफी समय से बंकर बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मंजूरी के बावजूद बंकर बनाने का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। अगर सभी सीमांत क्षेत्रों में बंकर बने होते तो 17 लोग घायल होने से बच जाते और दो की जानें भी नहीं जाती। सीमांत क्षेत्रों के लोगों का कहना है कि प्रशासन से मांग है कि जल्द बंकर बनाने का कार्य पूरा किया जाए ताकि पाक गोलाबारी के दौरान लोग बंकरों में शरण लेकर अपनी जान बचा सकें।